Bali Pratipada 2022 Wishes & Images: बलि प्रतिपदा की हार्दिक बधाई! भेजें ये शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings और HD Wallpapers

कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन बलि प्रतिपदा यानी बलि पड़वा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन श्रीहरि के वामन अवतार और असुर राजा बलि की पूजा की जाती है. इसके साथ ही इस पर्व की बधाई भी दी जाती हैं. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन शानदार विशेज, इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी वॉलपेपर्स को भेजकर हार्दिक बधाई दे सकते हैं.

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

Bali Pratipada 2022 Wishes & Images: पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार दीपावली (Deepawali) यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन कई जगहों पर इस दिन बलि प्रतिपदा (Bali Pratipada) यानी बलि पड़वा (Bali Padva) मनाई जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को बलि प्रतिपदा या बलि पूजा का पर्व मनाया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह पर्व 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जा रहा है. इस दिन असुर राजा बलि का आश्रीवाद प्राप्त करने के लिए उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. बलि प्रतिपदा के पर्व को भगवान विष्णु के वामन अवतार की राजा बलि पर विजय और राजा बलि के पृथ्वी पर आने की खुशी के तौर पर मनाया जाता है.

कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन बलि प्रतिपदा यानी बलि पड़वा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन श्रीहरि के वामन अवतार और असुर राजा बलि की पूजा की जाती है. इसके साथ ही इस पर्व की बधाई भी दी जाती हैं. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन शानदार विशेज, इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी वॉलपेपर्स को भेजकर हार्दिक बधाई दे सकते हैं.

1- बलि प्रतिपदा की शुभकामनाएं

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

2- बलि प्रतिपदा की हार्दिक बधाई

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

3- बलि प्रतिपदा 2022

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

4- शुभ बलि प्रतिपदा

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी बलि प्रतिपदा

बलि प्रतिपदा 2022 (Photo Credits: File Image)

इस पर्व से जुड़ी प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से तीन पग भूमि की मांग की थी, जिसके बाद उन्होंने दो पग में पूरा ब्रह्मांड और पृथ्वी को माप लिया था, फिर जब उन्होंने पूछा कि अब वो अपना तीसरा पग कहां रखें तो राजा बलि ने अपना शीश उनके चरणों में झुका दिया था. श्रीहरि के वामन अवतार ने जैसे ही अपना पग बलि के सिर पर रखा वो सीधे पाताल जा पहुंचे, लेकिन राजा बलि से प्रसन्न होकर भगवान वामन ने उन्हें साल में तीन दिनों के लिए पृथ्वी पर आने की अनुमति प्रदान की, इसलिए दीपावली के अगले दिन बलि प्रतिपदा का पर्व मनाया जाता है.

Share Now

\