Bali Pratipada 2021 Greetings: बाली प्रतिपदा के इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Photos, Wallpapers के जरिए दें बधाई
दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन के अगले दिन बाली प्रतिपदा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे के साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान कर पर्व की शुभकामनाएं भी देते हैं. आप भी इस खास अवसर पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन इन हिंदी ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ फोटोज और वॉलपेपर्स के जरिए बाली प्रतिपदा की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Bali Pratipada 2021 Greetings in Hindi: पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) के तीसरे पर्व दीपावली (Deepawali) के अगले दिन जहां गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) का पर्व मनाया जाता है तो वहीं कई जगहों पर बाली प्रतिपदा (Bali Pratipada) या बाली पड़वा (Bali Padwa) का त्योहार मनाया जाता है. इस साल बाली प्रतिपदा 5 नवंबर 2021 को यानी आज मनाई जा रही है, जो दिवाली उत्सव का चौथा पर्व है. पंचांग के अनुसार, बाली प्रतिपदा या बाली पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन की जाती है. इस दिन असुर राजा बाली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए बाली पूजा की जाती है. प्रचलित मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के वामव अवतार (Vamana Avatar) की राक्षस राज बाली (King Bali) पर विजय और बाली के पृथ्वी पर आने के जश्न के तौर पर यह त्योहार मनाया जाता है. बाली प्रतिपदा या बाली पूजा के दिन गुजराती नव वर्ष की शुरुआत होती है और महाराष्ट्र में इसे दिवाली पड़वा के तौर पर मनाया जाता है.
दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन के अगले दिन बाली प्रतिपदा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे के साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान कर पर्व की शुभकामनाएं भी देते हैं. आप भी इस खास अवसर पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को इन इन हिंदी ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ फोटोज और वॉलपेपर्स के जरिए बाली प्रतिपदा की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- बाली प्रतिपदा 2021
2- बाली प्रतिपदा 2021
3- बाली प्रतिपदा 2021
4- बाली प्रतिपदा 2021
5- बाली प्रतिपदा 2021
असुर राजा बाली और भगवान विष्णु के वामन अवतार से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु के वामन अवतार ने राजा बाली से तीन पग भूमि मांगी थी, जिसके बाद उन्होंने अपने दो पग में ब्रह्मांड और पृथ्वी को माप लिया था, फिर जब उन्होंने बाली से पूछा कि वो अपना तीसरा पग कहां रखें तो बाली ने अपना सिर उनके चरणों में झुका दिया था. वामन ने जैसे ही अपना पग बाली के सिर पर रखा वो सीधे पाताल लोक जा पहुंचे. हालांकि भगवान वामन ने बाली को साल में एक बार तीन दिनों के लिए भुलोक यानी पृथ्वी पर आने की अनुमति प्रदान की. माना जाता है कि राजा बाली तीन दिनों के लिए पृथ्वी पर आते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं.