Bal Gangadhar Tilak Jayanti 2021 Quotes: लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 165वीं जयंती, उनके इन प्रेरणादायी विचारों को अपनों के साथ करें शेयर
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोकमान्य तिलक ब्रिटिश राज के दौरान स्वराज के सबसे पहले और मजबूत अधिवक्ता माने जाते हैं. लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जितने महान क्रांतिकारी थे, उनके विचार भी उतने ही महान हैं. उनकी 165वीं जयंती पर आप भी उनके प्रेरणादायी और आत्मविश्वास जगाने वाले विचारों को अपनों के साथ शेयर कर सकते हैं.
Bal Gangadhar Tilak Jayanti 2021 Quotes: स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूंगा का नारा देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक बाल गंगाधर तिलक (Bal Gangadhar Tilak) की आज 165वीं जयंती (Bal Gangadhar Tilak 165th Birth Anniversary) मनाई जा रही है. बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुआ था, उनके पिता का नाम गंगाधर तिलक था, जो संस्कृति के विद्वान औऱ एक प्रख्यात शिक्षक थे. बाल गंगाधर तिलक का असली नाम केशव गंगाधर तिलक था, लेकिन बाद में उन्हें लोकमान्य का आदरणीय शीर्षक प्राप्त हुआ, इसके बाद उन्हें लोकमान्य तिलक के नाम से जाना जाने लगा. महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक के तौर पर मशहूर तिलक को शिक्षक और पत्रकार के तौर पर भी जाना जाता है.
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोकमान्य तिलक ब्रिटिश राज के दौरान स्वराज के सबसे पहले और मजबूत अधिवक्ता माने जाते हैं. लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जितने महान क्रांतिकारी थे, उनके विचार भी उतने ही महान थे. उनकी 165वीं जयंती पर आप भी उनके प्रेरणादायी और आत्मविश्वास जगाने वाले विचारों को अपनों के साथ शेयर कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: Lokmanya Bal Gangadhar Tilak Jayanti: लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जयंती! प्रेरक स्वतंत्रता सेनानी, महान शिक्षक, पत्रकार एवं समाज सुधारक!
1- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा.
2- एक अच्छे अखबार के शब्द अपने आप बोल देते हैं.
3- अगर भगवान छुआछूत को मानते हैं तो मैं उन्हें भगवान नहीं कहूंगा.
4- स्वाभिमानी और पवित्र हृदय का व्यक्ति निर्धन होने पर भी श्रेष्ट गिना जाता है.
5- बड़ी उपलब्धियां कभी आसानी से नहीं मिलती और आसानी से मिलने वाली उपलब्धियां महान नहीं होतीं.
6- किसी जादू से नहीं पूरा होगा, बल्कि आपको ही अपना लक्ष्य प्राप्त करना पड़ेगा.
7- मुश्किल समय में खतरों और असफलताओं के डर से बचने की कोशिश मत कीजिए, ये तो निश्चित रूप से आपके रास्ते में आएंगे ही.
8- आपके विचार सही, लक्ष्य ईमानदार और प्रयास संवैधानिक हों तो मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपकी सफलता निश्चित है.
9- आलसी व्यक्तियों के लिए भगवान अवतार नहीं लेते, मेहनती व्यक्तियों के लिए ही वे अवतरित होते हैं, इसलिए कार्य करना शुरू करें.
10- प्रातः काल में उदय होने के लिए ही, सूरज संध्या काल के अंधकार में डूब जाता है और अंधकार में जाए बिना प्रकाश प्राप्त नहीं हो सकता.
गौरतलब है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने लोकमान्य तिलक को आधुनिक भारत का निर्माता कहा था और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें भारतीय क्रांति का जनक बताया था. महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तिलक जी के निधन पर गांधी जी ने कहा था कि हमने आधुनिक भारत का निर्माता खो दिया है. उनका निधन 1 अगस्त 1920 को हुआ था.