Annapurna Jayanti 2021 Greetings: अन्नपूर्णा जयंती की इन WhatsApp Messages, HD Images, SMS, Quotes, Wishes के जरिए दें शुभकामनाएं

हिंदू धर्म में अन्नपूर्ण जयंती का विशेष महत्व बताया जाता है, इसलिए यह किसी उत्सव से कम नहीं है. इस दिन लोग सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भी भेजते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, एचडी इमेजेस, एसएमएस, कोट्स और विशेज को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ शेयर करके उन्हें इस पर्व की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

अन्नपूर्णा जयंती 2021 (Photo Credits: File Image)

Annapurna Jayanti 2021 Greetings: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल मार्गशीर्ष मास (Margashirsha Month) की पूर्णिमा तिथि को अन्नपूर्णा जयंती (Annapurna Jayanti) मनाई जाती है और यह पावन तिथि आज है. अन्नपूर्णा जयंती की तिथि 18 दिसंबर 2021 यानी आज सुबह 7.24 बजे से शुरु होकर 19 दिसंबर रविवार को सुबह 10.05 बजे समाप्त होगी. मां अन्नपूर्णा आदिशक्ति (Adishakti) का ही एक स्वरूप है और उन्हें भोजन व पोषण की देवी माना जाता है. मां अन्नपूर्णा देवी पार्वती का ही एक रूप हैं. अन्नपूर्णा जयंती को अन्नपूर्णेश्वरी जयंती (Annapurneshwari Jayanti) के तौर पर भी जाना जाता है. इस दिन षोडशोपचार विधि से माता अन्नपूर्णा (Goddess Annapurna) की पूजा की जाती है. भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और रात में पूजा के बाद अपना व्रत खोलते हैं. माता अन्नपूर्णा के रूप में माता पार्वती इस धरती के सभी जीवित प्राणियों का पोषण करती हैं. माता पार्वती के अन्नपूर्ण स्वरूप के पूजन के साथ ही इस दिन अन्न की पूजा भी की जाती है.

हिंदू धर्म में अन्नपूर्ण जयंती का विशेष महत्व बताया जाता है, इसलिए यह किसी उत्सव से कम नहीं है. इस दिन लोग सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे को शुभकामना संदेश भी भेजते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, एचडी इमेजेस, एसएमएस, कोट्स और विशेज को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ शेयर करके उन्हें इस पर्व की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- अन्नपूर्णा जयंती 2021

अन्नपूर्णा जयंती 2021 (Photo Credits: File Image)

2- अन्नपूर्णा जयंती 2021

अन्नपूर्णा जयंती 2021 (Photo Credits: File Image)

3- अन्नपूर्णा जयंती 2021

अन्नपूर्णा जयंती 2021 (Photo Credits: File Image)

अन्नपूर्णा जयंती की पूजा की सारी रस्में मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा निभाई जाती है. देश के विभिन्न हिस्सो में इसे अलग-अलग परंपराओं और रीति-रिवाजों के अनुसार मनाया जाता है. इस दिन अन्नपूर्णा देवी अष्टकम का पाठ करना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन देवी अन्नपूर्णा की विधिवत पूजा करने से घर-परिवार में कभी अन्न-धन की कमी नहीं होती है.

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