Chandra Grahan 2019: चंद्र ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, इसके प्रकोप से बचने के लिए करें इन चीजों का दान
यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक मान्य नहीं होगा. बावजूद इसके कई ऐसे काम हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं करना चाहिए.
Chandra Grahan 2019: आनेवाली 21 जनवरी को साल का सबसे पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगने वाला है, जिसे 'सुपर ब्लड वूल्फ मून' (Super Blood Wolf Moon) का नाम दिया जा रहा है. भारतीय समयानुसार, यह चंद्र ग्रहण 20 जनवरी (January 20) की सुबह 10 बजे से शुरू होकर 21 जनवरी (January 21) की शाम 3 बजकर 33 मिनट पर खत्म होगा. हालांकि कुल चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 41 मिनट से शुरू होगा. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इस चंद्र ग्रहण का असर 12 राशियों पर अलग-अलग तरह से दिखाई देगा. हालांकि ग्रहण से पहले लगने वाले सूतक का हिंदू धर्म (Hindu Re legion) में विशेष महत्व बताया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य और चंद्र ग्रहण के दिखाई देने पर ही सूतक मान्य होता है, अन्यथा इसका पालन करना जरूरी नहीं होता है.
दरअसल, सूर्य ग्रहण में सूतक का प्रभाव 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण में इसका प्रभाव 9 घंटे पहले से शुरु हो जाता है. मान्यता है कि सूतक लगने पर नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) का संचार होता है, इसलिए इस दौरान शुभ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है. हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत (India) में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक मान्य नहीं होगा. बावजूद इसके कई ऐसे काम हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं करना चाहिए. चलिए जानते हैं कि हमें ग्रहण के दौरान किन गलतियों से बचना चाहिए और इसके प्रकोप से बचने के लिए किन चीजों का दान करना चाहिए.
ग्रहण के दौरान बरतें ये सावधानियां-
- ग्रहण काल में मूर्ति पूजा या मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए.
- इस दौरान किसी नए कार्य की शुरुआत करना अशुभ माना जाता है.
- ग्रहण काल में भोजन बनाना और भोजन ग्रहण करना वर्जित होता है.
- इस दौरान जरूरत न हो तो मलमूत्र त्याग करने और स्नान से बचना चाहिए.
- तुलसी के पौधे को छूना सूतक काल में वर्जित माना जाता है.
- गर्भवती महिलाएं सिलाई, कढ़ाई, काटने या छीलने जैसे काम न करें.
- ग्रहण काल के दौरान दंपत्तियों को शारीरिक संबंध बनाने की गलती नहीं करनी चाहिए. यह भी पढ़ें: Super Moon Lunar Eclipse 2019: साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को, जानें इसे क्यों कहा जा रहा है 'सुपर ब्लड वुल्फ मून'?
चंद्र ग्रहण खत्म होने पर करें ये काम
- ग्रहण के दौरान चंद्र देव की पूजा व आराधना करनी चाहिए.
- ग्रहण खत्म होने पर घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए.
- खुद स्नान करें फिर भगवान की मूर्तियों को स्नान कराएं.
- भगवान की मूर्तियों को स्नान कराने के बाद उनकी पूजा करें.
- ग्रहण खत्म होने के बाद ताजा भोजन बनाएं और खाएं.
- पहले से बने हुए भोजन को खाने से पहले उसमें तुलसी के पत्ते डालें.
इन चीजों का करें दान
- संपत्ति विवाद में घिरे हुए लोगों को ग्रहण के बाद स्नान करके तिल से बनी मिठाइयों का दान करना चाहिए.
- आर्थिक तौर पर परेशान लोगों को ग्रहण के बाद स्नान करके रसगुल्ले जैसी रस वाली मिठाइयों का दान करना चाहिए.
- अपने समस्त कष्टों से मुक्त होने के लिए ग्रहण के बाद अगली सुबह चीटियों और मछलियों को भोजन कराना चाहिए. इससे फायदा होता है.
- अगर कोई लंबे समय से बीमार है तो इसके लिए ग्रहण के बाद घी से भरे कटोरे में एक चांदी का टुकड़ा डालकर उसमें अपनी छाया देखें और फिर उसे दान कर दें.
- ग्रहण के प्रकोप से बचने के लिए ग्रहण के बाद स्नान करें और फिर गरीबों और ब्राह्मणों को अनाज का दान करें. यह भी पढ़ें: Chandra Grahan 2019: जनवरी 2019 में इस तारीख को दिखेगा साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण, जबकि आंशिक चंद्र ग्रहण जुलाई में, बरतें ये सावधानियां
गौरतलब है कि आज भी हिंदू धर्म और विज्ञान में ग्रहण को लेकर मतभेद बरकरार है. एक ओर जहां विज्ञान इसे एक खगोलीय घटना के तौर पर देखता है तो वहीं दूसरी तरफ हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दौरान पृथ्वी पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव तेज हो जाता है. ऐसे में इनसे बचने के लिए ग्रहण काल के दौरान कई सावधानियां बरतनी आवश्यक होती हैं.