Bada Mangal 2024: ज्येष्ठ का दूसरा बड़ा मंगल आज! क्यों कहते हैं इसे ‘बुढ़वा मंगल’? जानें इस दिन क्या करें क्या ना करें!
प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से पर्व मनाया जाता है, जिसे ‘बुढ़वा मंगल’ भी कहते हैं. इस दिन राम भक्त हनुमान के वृद्ध स्वरूप की पूजा का विधान है. आज 4 जून 2024 को ज्येष्ठ मास का दूसरा बड़ा मंगल मनाया जा रहा है.
प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से पर्व मनाया जाता है, जिसे ‘बुढ़वा मंगल’ भी कहते हैं. इस दिन राम भक्त हनुमान के वृद्ध स्वरूप की पूजा का विधान है. आज 4 जून 2024 को ज्येष्ठ मास का दूसरा बड़ा मंगल मनाया जा रहा है. सनातन धर्म के अनुसार इस दिन जो भी भक्त हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करता है, उसके सारे संकट कट जाते हैं. हनुमान जी की कृपा से उसे जीवन के सारे भौतिक सुख, शांति एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. ज्योतिषियों के अनुसार हनुमान जी अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं, लेकिन पूजा अथवा व्रत-विधान में किंचित गल्ती होने पर वे बहुत जल्दी रुष्ठ हो जाते हैं. आइये जानें बड़ा मंगल पर्व पर क्या करें और क्या न करें. लेकिन इससे पहले जानेंगे कि बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल क्यों कहा जाता हैं.
बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल क्यों कहते हैं?
पौराणिक कथाओं के अनुसार रामायण और महाभारत की कड़ियों से जोड़कर देखा जाता है बुढ़वा मंगल के पारंपरिक पर्व को. इसके पीछे एक कथा प्रचलित है कि महाभारत का युद्ध जीतने के पश्चात अपनी शक्ति पर घमंड होकर कहीं जा रहे थे, जिस रास्ते वे जा रहे थे, वहां बीच मार्ग पर एक वृद्ध बानर पूंछ फैलाये विश्राम कर रहा था. भीम ने कहा, ऐ वृद्ध बानर पूंछ हटा, मुझे आगे जाना है. बानर ने कहा बेटा, मैं वृद्ध हो गया हूं, आप ही पूंछ उठाकर चले जाओ. भीम ने बानर का पूंछ किनारे करना चाहा, मगर वह बानर का पूंछ भी हटा नहीं सके. भीम समझ गये ये सामान्य बानर नहीं है. उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, हे बानरराज, आप सामान्य बानर नहीं हैं, कृपया अपना परिचय दें. तब बानर ने अपना विशाल स्वरूप उन्हें दिखाया और बताया कि वह श्रीराम भक्त हनुमान हैं. भीम ने पश्चाताप करते हुए छमा याचना की, कहा मुझे क्षमा करें, प्रभु आपने मेरा घमंड दूर कर मुझे सद्गति प्रदान की है.
इन कार्यों से बचें
उत्तर दिशा में यात्रा करने से बचेः ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार बड़ा मंगल के दिन उत्तर दिशा की तरफ यात्रा नहीं करना चाहिए. अगर यात्रा आवश्यक है तो घर से निकलने से पूर्व गुड़ खाकर पानी अवश्य पी लें.
उधार लेन देन न करेः बड़ा मंगल के दिन किसी भी व्यक्ति से नकद लेन-देन न कहें. इस दिन दिया उधार आसानी से वापस नहीं मिलेगा. इसकी वजह से आप पर आर्थिक संकट निरंतर बनी रह सकती है.
काले नीले रंग के वस्त्र न पहनेः बड़ा मंगल के दिन नीले या काले रंग के वस्त्र पहनने से बचें, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीला, काला अथवा ग्रे रंग शुक्र और शनि ग्रह से जुड़ा होता है. इन रंगों के कपड़े पहनकर हनुमानजी की पूजा उचित फल नहीं देती.
इन वस्तुओं का सेवन हरगिज़ न करेः बड़ा मंगल के दिन अगर आप व्रत नहीं हैं तो भी इस दिन लहसुन, प्याज, मांसाहारी खाद्य-पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.
ये कार्य अवश्य करें
हनुमान चालीसाः बड़ा मंगल के दिन स्नानादि के पश्चात और सोने से पूर्व तक न्यूनतम 5 और अधिकतम 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें. आर्थिक समस्या दूर होगी.
अंग वस्त्र चढ़ाएः बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी को लाल रंग का लंगोट चढ़ाएं, सेहत अच्छी बनी रहेगी.
सुंदरकांड का पाठः बड़ा मंगल के दिन सुंदरकांड का पाठ करना परिवार के लिए हितकारी होता है. घर में सुख, शांति एवं समृद्धि बनी रहती है.