सबरीमाला मंदिर के दर्शन करने वाली महिला को परिवार वालों ने घर से निकाला, आश्रय के लिए पहुंची शेल्टर होम
सबरीमाला मंदिर (Photo Credit: IANS)

केरल के बहुचर्चित सबरीमाला मंदिर में दर्शन करने वाली दो महिलाओं में से एक महिला कनक दुर्गा को तिरुवनंतपुरम स्थित उनके ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया. बता दें कि कनक दुर्गा नाम की महिला ने हाल ही में सबरीमाला मंदिर के दर्शन किए थे. जिसके बाद परिवार ने उन्हें घर में एंट्री देने से मना कर दिया है. ऐसे में उन्हें एक संस्था की ओर से शेल्टर होम भेजा गया है. इससे पहले कनक दुर्गा की सास पर उनसे मारपीट के आरोप लगे थे. एक हफ्ता पहले ही जब कनक दुर्गा अपने घर लौटीं तब उनकी सांस ने कथित रूप से उनकी पिटाई की थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. मंगलवार को दुर्गा ने पुलिस में ससुराल वालों के द्वारा घर से निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई.

बता दें कि कनक दुर्गा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस महीने की शुरुआत में बिंदू नाम की महिला के साथ सबसे पहले सबरीमाला मंदिर जाकर भगवान अयप्पा के दर्शन किए थे. जिसके बाद उन्हें एक तरफ परिवार के विरोध और गुस्से का सामना करना पड़ रहा था. वहीं, दूसरी ओर दक्षिणपंथी विचाधारा के प्रदर्शनकारियों से लगातार धमकियां मिल रही थीं. मंदिर में प्रवेश के बाद हिंदू संगठनों में बढ़ते रोष को देखते हुए उन्हें कोचि के एक गुमनाम जगह पर रखा गया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनक दुर्गा को लेकर जब पुलिस उनके ससुराल पहुंची तब उनकी पति ने घर पर ताला लगाकर बच्चों और अपनी मां के साथ कहीं और चले गए. फिलहाल दुर्गा को पुलिस प्रोटेक्शन में एक सरकारी आश्रय गृह में रखा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इससे पहले 15 जनवरी को जब कनक दुर्गा घर लौंटी तब उनकी सास ने उन्हें बेत से पिटाई की थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. सुप्रीम कोर्ट ने कनक दुर्गा और बिंदू को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश केरल पुलिस को दिया है.