कोलकाता. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ देश में विरोध प्रदर्शन देखने मिल रहा है. इस कानून का तगड़ा विरोध पूर्वोत्तर से सामने आया है. असम में इस कानून के बाद हिंसक प्रदर्शन जारी है. जिसके चलते सोमवार तक सूबे में इंटरनेट सेवाएं बंद है. इसके साथ ही हिंसक प्रदर्शन में असम में अब तक कुल 5 लोगों की मौत हो गई है. इसी बीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने खासकर सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों पर रोक लगाने के लिए मालदा (Malda), मुर्शिदाबाद (Murshidabad), हावड़ा (Howrah), उत्तरी 24 परगना (Uttar Dinajpur) में और दक्षिणी 24 परगना के कई हिस्सों में इंटनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है. हालांकि यह इंटरनेट कब तक दोबारा चालू होगा इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आयी है. यह भी पढ़े-पश्चिम बंगाल: बीजेपी नेता दिलीप घोष बोले, राज्य में नागरिकता कानून लागू होकर रहेगा, ममता बनर्जी इसे नहीं रोक सकतीं
ज्ञात हो कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध पश्चिम बंगाल, केरल, पंजाब और पूर्वोत्तर के राज्य लगातार कर रहे है. इसके साथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इसके विरोध का संकेत दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी जो निर्णय लेगी हम वही करेंगे. एमपी में कांग्रेस की सरकार इसके चलते उसका विरोध कमलनाथ को पार्टी स्टैंड के चलते करना पड़ रहा है.