उत्तराखंड में बारिश ने बरपाया कहर: उत्तरकाशी के मोरी में बादल फटने से 17 लोगों की मौत- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तराखंड (Uttarakhand) के अधिकतर स्थानों पर पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में हालात बेहद खराब बने हुए हैं. मोरी तहसील में हुई भारी बारिश और बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई है. उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील ( Mori tehsil ) में शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि में बादल फटने से यमुना की सहायक नदियों में आयी बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचायी

बचाव कार्य जारी, कई लोग अब भी लापता ( फोटो क्रेडिट- ANI )

उत्तराखंड (Uttarakhand) के अधिकतर स्थानों पर पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में हालात बेहद खराब बने हुए हैं. मोरी तहसील में हुई भारी बारिश और बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई है. उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील ( Mori tehsil ) में शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि में बादल फटने से यमुना की सहायक नदियों में आयी बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचायी, जिससे आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए थे.

आपदा प्रबंधन ( Disaster Management) के सचिव एस ए मुरुगेसन (Murugesan) ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई है. भारी बारिश के बाद बिगड़े हालात के कारण लोगों में दहशत का‌ माहौल है. राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), पुलिस एवं आईटीबीपी तथा रेड क्रॉस की टीमें मौके पहुंच गई हैं और बचाव कार्य जारी है. इसमें हेलीकाप्टर की सयाहता से पीड़ितों की मदद रही है.

गौरतलब हो कि लगातार बारिश तथा मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए कक्षा एक से 12 तक के सरकारी, गैर सरकारी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में 19 अगस्त को अवकाश घोषित कर दिया है. देहरादून में भी सोमवार को भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है.

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अलकनंदा, पिण्डर, धोली,नंदाकनी, बालखिला नदियां उफान पर हैं. गंगोत्री राजमार्ग चुंगी-बड़ेथी के पास मलबा और पत्थर आने से बंद हो गया है. वहीं गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच भूस्खलन का खतरा देखते हुए यात्रियों को पड़ावों पर रोका गया है. सुबह 8 बजे तक गौरीकुंड से 230 श्रद्धालुओं ने धाम के लिए प्रस्थान किया था. बारिश के चलते रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी पर बना पुराना झूला पुल टूटा गया है.

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