बहराइच (उत्तर प्रदेश), 10 अक्टूबर : बहराइच के कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य की नहर में एक नर बाघ का शव तैरता मिला है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाघ के शव पर बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. उत्तर प्रदेश में घाघरा नदी से जुड़ी नहर पर बने चौधरी चरण सिंह (गिरिजापुरी) बैराज के नीचे शनिवार को बाघ का शव तैरता हुअ मिला. संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) आकाशदीप बधावन ने कहा कि ग्रामीणों ने इसे दोपहर करीब साढ़े तीन बजे देखा.
स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना वन एवं सिंचाई विभाग को दी. उन्होंने बताया कि शव को कतर्नियाघाट वन परिक्षेत्र कार्यालय लाने के लिए वन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची. देखने में लगता है कि बाघ की उम्र करीब चार साल है और शव पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले. उन्होंने कहा कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पशु चिकित्सकों का एक पैनल पोस्टमार्टम करेगा. यह भी पढ़ें : Maharashtra: अफगानिस्तान से आयात की गई तेल की कैन से 25 किलोग्राम हेरोइन बरामद
बाघ संरक्षण के विशेषज्ञ, वरिष्ठ भारतीय वन सेवा अधिकारी रमेश कुमार पांडे ने कहा कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार, हर बाघ की मौत को अप्राकृतिक माना जाता है जब तक कि साबित न हो जाए. उन्होंने समझाया कि बाघ की मौत को स्वाभाविक साबित करने के लिए, शिकार और जहर जैसे अन्य सभी कोणों से इनकार करना होगा. उन्होंने समझाया, बाघ का नहर में मृत पाया जाना बहुत दुर्लभ ह,ै क्योंकि बड़ी बिल्लियां अच्छी तैराक होती हैं.