लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की गाड़ी पलटने से एक गैंगस्टर की मौत हो गई है. साल 2014 से फरार अपराधी फिरोज अली को यूपी पुलिस की एक टीम मुंबई से लखनऊ लेकर आ रही थी, लेकिन मध्य प्रदेश के गुना में गाड़ी हादसे का शिकार हो गई. जिसमें गैंगस्टर की मौत हो गई, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. हादसे की सूचना मिलने के बाद यूपी से पुलिस की एक टीम अपराधी के परिजनों के साथ गुना भेजी गई है. Uttar Pradesh: संभल में ईनामी गैंगस्टर ने किया अनोखे तरीके से सरेंडर, गले में लटकाई तख्ती में लिखा- मुझे गोली मत मारना
मिली जानकारी के मुताबिक बहराइच निवासी फिरोज उर्फ शमी के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में कुल छह केस दर्ज थे. इसमें लूट, चोरी और गैंगस्टर एक्ट शामिल है. रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि पुलिस की गाड़ी के सामने नील गाय आ गयी थी, जिसे बचाने के चक्कर में गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई. आरोपी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक सब इंस्पेक्टर व कांस्टेबल समेत चार लोग जख्मी हुए है. सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
पुलिस के मुताबिक 58 वर्षीय फिरोज बहराइच जिले से भागकर मुंबई के नालासोपारा में पिछले कई सालों से छिपा हुआ था. कुछ दिन पहले उसके मुंबई में होने की खबर मिली थी, जिसके बाद शनिवार रात को मुंबई पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया था. हालांकि इस मामले की न्यायिक जांच कराने की सिफारिश की गई है.
उल्लेखनीय है कि इस घटना ने 10 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर कांड की याद दिला दी. बीते 10 जुलाई को पांच लाख रुपये का इनामी बदमाश विकास दुबे को यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर ला रही थी. इस दौरान कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में गाड़ी के सामने अचानक गाय भैंसों का एक झुंड आ गया. परिणामस्वरूप चालक ने हादसा टालने के लिए वाहन को अचानक मोड़ा जिससे वह अनियंत्रित होकर पलट गया. जिस वजह से गाड़ी में बैठे पुलिस अधिकारी और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस बीच मौका पाकर अपराधी विकास दुबे घायल इंस्पेक्टर की पिस्टल निकालकर भागने लगा. जिसके बाद एसटीएफ के जवानों ने दुबे का पीछा किया तो उसने पुलिस पर गोलियां चलाई. हालांकि जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया. इस गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी घायल हुए.