उत्तर प्रदेश: सरकारी योजनाओं के लिए मस्जिदों के उपयोग का उलेमाओं ने विरोध किया
उत्तर प्रदेश में मौलानाओं ने अब सरकारी योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों की घोषणा के लिए मस्जिदों के लाउडस्पीकरों के उपयोग के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है. एक शिया धर्म गुरु मौलाना सैफ अब्बास ने संवाददाताओं से कहा कि अच्छे कामों को लाउडस्पीकरों की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "अच्छे कामों का प्रचार अपने आप होता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने कामों की जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकरों की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि काम खुद बोलता है. उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा ने हालांकि इस निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करने में कोई बुराई नहीं है.
उत्तर प्रदेश में मौलानाओं ने अब सरकारी योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों की घोषणा के लिए मस्जिदों के लाउडस्पीकरों के उपयोग के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है. एक शिया धर्म गुरु मौलाना सैफ अब्बास ने संवाददाताओं से कहा कि अच्छे कामों को लाउडस्पीकरों की जरूरत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "अच्छे कामों का प्रचार अपने आप होता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने कामों की जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकरों की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि काम खुद बोलता है. उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा ने हालांकि इस निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि सरकार की उपलब्धियों का प्रचार करने में कोई बुराई नहीं है.
उन्होंने कहा, लोगों को पता चलने लगेगा कि क्या योजनाएं और लाभ हैं जिनका लाभ वे ले सकते हैं. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विद्युत निगम ने अब प्रदेश सरकार की नई योजना की घोषणा के लिए मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है. इस योजना के तहत किसानों को उनके ट्यूब वेल के बिजली बिल का भुगतान आसान किस्तों में करने की सुविधा है.
उत्तर प्रदेश किसान आसान किस्त योजना ट्यूबवैल मालिकों को बिजली बिल आसान किस्तों में बिना किसी ब्याज के भुगतान करने की सुविधा है. विद्युत निगम चाहता है कि अधिक से अधिक किसान इस योजना के लिए पंजीकरण कराएं.