सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसला, लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों वापस लाने की तैयारी
इन मजदूरों को लेकर सीएम योगी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस पर हुई मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग के बाद उनकी तरफ से अधिकारियों को कहा गया कि दूसरे राज्यों में 14 दिन का क्वारनटीन पूरा कर चुके मजदूरों को वापस लाने की तैयारी की जाए और उसके लिए एक लिस्ट बनाया जाए.
लखनऊ: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर देश में 24 मार्च से घोषित लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर (Migrated Worker) कई राज्यों में फंस गये है. जिन मजदूरों को योगी सरकार लाने की तैयारी में है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को किस तरह लाया जाए सीएम योगी (CM Yogi) की ने अधिकारियों को एक लिस्ट तैयार करने को कहा गया है. जिसके बाद प्रवासी मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से लाया जायेगा. बता दें कि लॉकडाउन के चलते दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कोलकाता आदि राज्यों में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं.
इन मजदूरों को लेकर सीएम योगी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस पर हुई मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग के बाद उनकी तरफ से अधिकारियों को कहा गया कि दूसरे राज्यों में 14 दिन का क्वारनटीन पूरा कर चुके मजदूरों को वापस लाने की तैयारी की जाए और उसके लिए एक लिस्ट बनाया जाए. इसको लेकर योगी सरकार की तरफ से एक आदेश भी जारी हुआ है. जिस आदेश में प्रवासी मजदूरों को लाने के बारे में विस्तार से बातें लिखी गई हैं. यह भी पढ़े: लॉकडाउन की मार: महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूर साइकिल चलाकर अपने घरों के लिए जाने को मजबूर
बता दें कि देश में कोविड-19 को लाकर पहले 24 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉक डाउन बढ़ाया गया. दूसरे राज्यों में फंसे प्रावासी मजदूरों को लगा थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद वे अपने घर चले जाएंगे. लेकिन देश में कोरोना के मामले कम नहीं होते देख भारत सरकार की तरफ से लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया. जिसकी वजह से प्रवासी मजदूर पिछले एक महीने से दूसरे राज्यों में ही फंसे हुए है. जिन्हें लाने के लिए राजनीतिक पार्टियाँ लगातार दवाब बना रही है.