मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यूपी ने बनाया एक और कीर्तिमान, भारत में उच्च शिक्षा के लिए बना नंबर वन

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ने शिक्षा के क्षेत्र में भी एक नया कीर्तिमान गढ़ा है. यूपी देश में उच्च शिक्षा में नम्बर वन राज्य बन गया है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

लखनऊ, 22 दिसंबर : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ने शिक्षा के क्षेत्र में भी एक नया कीर्तिमान गढ़ा है. यूपी देश में उच्च शिक्षा में नम्बर वन राज्य बन गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट ने यूपी में शिक्षा की बुलंद तस्वीर को सामने रखा है. देशभर में केंद्र सरकार द्वारा कराए गए सर्वे में उच्च शिक्षा के संस्थानों के मामले में यूपी नंबर वन है. कोविड के नए स्ट्रेन को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हुई अलर्ट

सर्वे के मुताबिक, देश में उच्च शिक्षा के सबसे ज्यादा 7,078 कॉलेज उत्तर प्रदेश में हैं. केंद्र सरकार के अनुसार, देश में उच्च शिक्षा के कालेजों का 18.54 फीसदी हिस्सा अकेले उप्र का है. उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या के मामले में भी यह आगे है. सर्वे के मुताबिक राज्य के कालेजों में देश के 47.92 लाख छात्र पंजीकृत हैं.

योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ शिक्षा और रोजगार के विकास का जो संकल्प लिया था उसे 4 साल में पूरा कर दिखाया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कराये गए देशव्यापी सर्वे की रिपोर्ट यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की कहानी बयान कर रही है.

सर्वे के मुताबिक यूपी में 4,340 कॉलेजों की संख्या के साथ महाराष्ट्र दूसरे और 3,670 कॉलेजों के साथ कर्नाटक तीसरे स्थान पर है. इस श्रेणी में राजस्थान चौथे और आंध्र प्रदेश देश में पांचवें नंबर पर है. उच्च शिक्षा में सबसे ज्यादा छात्र संख्या के लिहाज से भी यह अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत आगे है. राज्य में 47.92 लाख छात्र राज्य में पंजीकृत हैं. दूसरे नंबर पर चल रहे महाराष्ट्र में उच्च शिक्षा के कॉलेजों में कुल 29.57 लाख, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु में 22.74 लाख छात्र पंजीकृत हैं. इस सूची में चौथे नंबर पर पश्चिम बंगाल में मात्र 16.03 लाख छात्र ही पंजीकृत हैं.

विश्वविद्यालयों की संख्या के लिहाज से भी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने देश में जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है. इस सूची में 79 विश्वविद्यालयों के साथ यूपी का देश में दूसरा स्थान है. 83 विवि के साथ पहले नंबर पर मौजूद राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बीच मात्र 4 विश्वविद्यालयों का ही फर्क है.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग ने अपने इस देशव्यापी सर्वे में सभी प्रदेशों के निजी, सरकारी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ उच्च शिक्षा के कॉलेज और शिक्षण संस्थानों को शामिल किया है. सर्वे में सामने आए आंकड़े यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार के प्रयासों का परिणाम माना जा रहा है.

यूपी के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) कहते हैं कि यूपी में करीब 17 सरकारी विश्वविद्यालय हैं. 27 से अधिक निजी विश्वविद्यालय हैं. सैकड़ों की तादात में डिग्री कॉलेज हैं. कई तकनीक, आयुर्वेद या अन्य विवि स्थापित हैं. यहां पर अन्य राज्यों से शिक्षा की व्यवस्था बेहतर है.

लुआक्टा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मौलेंदु मिश्र भी इस बात को स्वीकार करते हैं. डॉ. मिश्र के मुताबिक उच्च शिक्षा में सुधार के लिए राज्य सरकार ने बहुत सराहनीय प्रयास किए हैं. सरकार के प्रयासों से विश्वविद्यालयों में समय से परीक्षाएं हो रही हैं. महीनों लटकने वाले परीक्षा परिणाम तय समय पर घोषित हो रहे हैं. समेस्टर प्रणाली सफलता पूर्वक लागू हो गई है. इन सब चीजों के कारण पढ़ने के लिए दूसरे राज्यों में जाने की प्रक्रिया रूकी है. छात्रों को यूपी में बेहतर शिक्षा का माहौल मिल रहा है.

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