लखनऊ, 30 अप्रैल : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सभी आयुष चिकित्सकों (Ayush Doctors) को कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए कहा है. गुरुवार देर शाम आयुष चिकित्सकों के साथ बातचीत में, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे कोविड रोगियों को उपचार प्रदान करें. आयुष डॉक्टरों को कोरोना के खिलाफ जागरूकता पैदा करने और उपचार की पेशकश करने के लिए स्थानीय प्रशासन और एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र के साथ समन्वय करने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा, "वर्तमान में होमआइसोलेशन में ढाई लाख लोग हैं और आयुष,होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सकों को परामर्श देने के लिए उनके पास जाने को कहा गया है. साथ आयुष विभाग को हर घर में काढ़ा बंटवाना चाहिए .
उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक जिले में आयुष, होम्योपैथी और यूनानी डॉक्टरों की एक टीम स्थापित की जानी चाहिए और यह टीम लोगों को स्वास्थ्य के बारे में सलाह दे, साथ ही उन्हें टेली परामर्श सेवाओं के साथ भी जोड़ा जाए. इन सेवाओं के रूप में, उन्हें लोगों को कोविड 19 के खिलाफ सरल उपचार विकल्पों के बारे में बताना चाहिए जो आसानी से उपलब्ध हो जाएं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान समय में लोगों को आयुष के लाभों से अवगत कराना आवश्यक है. यह भी पढ़ें : Plasma Donation Campaign: कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इंदौर में चलेगा प्लाज्मा डोनेशन अभियान
उन्होंने कहा, "हमारी प्राचीन स्वास्थ्य प्रणालियाँ न केवल सस्ती हैं, बल्कि अधिक उपयोगी भी हैं. हमें निगरानी समितियों के माध्यम से इनका लाभ अधिक लोगों तक पहुंचाना होगा" उन्होंने बीमारी से मुक्त बनाने में योग की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि आयुष डॉक्टरों को लोगों को यह बताना चाहिए कि उनकी प्रतिरक्षा को कैसे बढ़ाया जा सकता है. 2020 में, सरकार द्वारा एक 'आयुष कवच' ऐप लॉन्च किया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐप का इस्तेमाल अब लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. उन्होंने कहा, "योग और प्राणायाम कोविड 19 के खिलाफ फायदेमंद साबित हुए हैं. लोगों को अपने दैनिक जीवन में इन प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए"