वाशिंगटन: आने वाले दिनों में अमेरिका (America) में एच-1बी वीजा (H-1B visa) पाना काफी मुश्किल हो सकता है. खबरों के अनुसार अप्रैल महीने से एच-1बी के आवेदन में काफी बदलाव होने जा रहा है. इस बदलाव के बाद इस वीजा के लिए लोगों की परेशानियां कुछ हद तक बढ़ जाएगी. ऐसा इसलिए इस बदलाव के बाद अब कंपनियों को अपने कर्मचारियों के लिए एच-1 बी वीजा (H-1B visa) प्राप्त करने के लिए लॉटरी (lottery) पद्धति से पहले कर्मचारियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से पंजीकृत करना होगा. नया नियम लागू होने की बाद वीजा के लिए वे लोग ही इस वीजे के लिए अप्लाई कर सकेंगे जो पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक रूप से पंजीकृत होंगे.
बता दें कि एच-1बी वीजा अप्लाई करने के लिए आवेदक को को लॉटरी के जरिए वीजा अप्लाई करना होता है. इसके लिए उसे सबसे पहले अपने सभी सहायक साक्ष्यों के साथ एप्लीकेशन भरना होता है. आईटी कंपनियां जो विभिन्न देशों में एच-1बी वीजा के तहत अपने कर्मचारयों को नौकरी के लिए अमेरिका भेजती हैं इन सारे बदलावों के बाद वह कंपनियां जो अमेरिका में विदेशी कर्मचारी रखती हैं उनके लिए यह परिवर्तन महत्वपूर्ण साबित होगा. इस बदलाव के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के ऑफिस से हरी झंडी मिल चुकी है. यह भी पढ़े: 46 फीसदी अमेरिकियों ने माना डोनाल्ड ट्रंप फिर बनेंगे US के राष्ट्रपति
वहीं इस बदलाव के बाद अमेरिका का इमीग्रेशन विभाग (Imrigation Department) के लिए काम कर रहा विभाग और शक्तिशाली हो जाएगा क्योंकि यह अधिकार उसे होगा कि अमेरिका में कौन काम कर सकता है और कौन नहीं, क्योंकि उसकी तरफ से पूरी तरह से जांच पड़ताल के बाद ही अमेरिका में नौकरी करने को लेकर वीजा जारी किया जाएगा. यह भी पढ़े: डोनाल्ड ट्रंप ने यूएन में की भारत की तारीफ, कहा-लाखों लोग गरीबी से आ रहे है बाहर
बता दें कि अमेरिका सरकार पिछले कई वर्षों से विदेशी कामगारों को दिए जाने वाले एच 1बी वीजा कार्यक्रम में सुधार पर काम कर रहा है. अमेरिका हमेशा से ही एच 1बी वीजा टैलेंटेड प्रोफेशनल्स को आकर्षित करता है. लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि अमेरिका सरकार द्वारा वीजे के प्रोसेस में बदलव आने के बाद देश की तमाम कंपनियों को इस वीजा के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
गौरतलब हो कि अमेरिका हर साल 65 हजार एच 1बी वीजा और अमेरिका में साइंस, टेक्नोलोजी, इंजीनियरिंग और उच्च शिक्षा पूरी करने वालों के लिए 20 हजार अतिरिक्त वीजा जारी करता है.