नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस योगी सरकार के निर्देश पर पिछले काफी समय से एनकाउंटर किए जा रही है. नया मामला अलीगढ़ का है. इस एनकाउंटर में नई बात यह है कि एनकाउंटर के पहले पुलिस ने इसका गवाह बनने के लिए कुछ पत्रकारों को बुलाया था. इस एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने स्थानीय पत्रकारों को बुलाकर उनसे वीडियोग्राफी करवाई जबकि आमतौर पर पुलिस एनकाउंटर को बिना किसी की मौजूदगी में अंजाम दिया जाता है. यूपी के अलीगढ़ जिले के कुछ स्थानीय पत्रकारों को गुरुवार को सुबह पौने सात बजे के करीब एक कॉल आया. कॉल के दूसरी तरफ मौजूद पुलिस ने कहा कि अगर वे रियल एनकाउंटर देखना चाहते हैं तो वे जल्द से जल्द हरदुआगंज थाने के मछुआ गांव पहुंचें.
पुलिस के कॉल के कुछ समय बाद ही खबर सभी पत्रकारों में फैल गई, और मौके पर पत्रकारों हुजूम इकट्ठा हो गया. इसी बीच हथियारबंद पुलिस वालों ने उनमें से दो शातिर अपराधियों को मार गिराया. मारे जाने वालों के नाम मुस्तकिम और नौशाद है. एनकाउंटर की रिकॉर्ड की गई पूरी फुटेज में एनकाउंटर शुरू होने से लेकर एनकाउंटर खत्म होने तक की पूरी घटना रिकॉर्ड की गई है.
#WATCH: Encounter between police and criminals in Harduaganj's Mahua village in Aligarh district. Two criminals were killed in the encounter. (20.09.2018) pic.twitter.com/oahPijuZMG
— ANI UP (@ANINewsUP) September 21, 2018
रिकॉर्डेड विडियो फुटेज में एसएसपी अजय कुमार साहनी समेत अन्य पुलिसकर्मी एनकाउंटर स्थल पर फायरिंग करते नजर आ रहें हैं. यह एनकाउंटर एक पुराने सरकारी दफ्तर की बिल्डिंग में हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन लोगों पर छह लोगों की हत्या का आरोप था, साथ ही साथ दो साधुओं की हत्या का आरोप भी इन पर है.