UP: यूपी में साढ़े सात वर्षों में सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को लगाया 29 सौ करोड़ का "मरहम"
उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्षों में बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की कोशिश की है. इसके लिए इस दौरान 29 सौ करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि जारी की गई है. वहीं प्रदेश के 22 लाख से अधिक किसानों को बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दिया गया है.
लखनऊ, 10 अगस्त : उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े सात वर्षों में बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की कोशिश की है. इसके लिए इस दौरान 29 सौ करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि जारी की गई है. वहीं प्रदेश के 22 लाख से अधिक किसानों को बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दिया गया है. योगी सरकार ने वर्ष 2017 से अब तक नौ करोड़ से अधिक का मुआवजा वितरित किया है. इसके अलावा बाढ़ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त तीन हजार से अधिक मकान और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त एक लाख से अधिक मकान का मुआवजा दिया गया.
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि प्रदेश में पिछले साढ़े सात वर्षों में बाढ़ की वजह से कोई बड़ी घटना नहीं हुई. वहीं सीएम योगी के निर्देश पर लगातार बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है. सीएम योगी ने उनकी मदद के लिए पिछले सात वर्षों में दिल खोलकर धनराशि जारी की है. सीएम योगी ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए साढ़े सात वर्षों में 2,982.37 करोड़ जारी किये हैं. वहीं बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए विभिन्न मदों में 2,286.90 करोड़ रुपये वितरित किये गये हैं. यह भी पढ़ें : Rakshabandhan 2024: मध्य प्रदेश सरकार ने राखी के त्योहार पर 1.29 करोड़ महिलाओं को 250-250 रुपये दिए
पिछले साढ़े सात वर्षों में प्रदेश के 22,44,605 किसानों को बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दिया गया है. इस मद में योगी सरकार ने 964.23 करोड़ रुपये खर्च किये. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में इस दौरान 89,20,234 फूड और लंच पैकेट बांटे गये. बाढ़ प्रभावित इलाकों में निगरानी के लिए 5301 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई.
राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू के लिए 2813 मोटर बोट और 34912 नावों को लगाया गया. बाढ़ की वजह से 530 लोगों ने अपनी जान गंवाई. इनके परिजनों को योगी सरकार की ओर से 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया. इसी तरह 1304 दुधारू पशुओं और 337 गैर दुधारू पशुओं की मृत्यु पर पशुपालकों को सहायता धनराशि दी गयी. इसके अलावा बाढ़ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त 3,107 मकानों और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 1,41,107 मकानों का मुआवजा दिया गया.