UP Shocker: बच्ची के साथ यौन शोषण करने का आरोप, सात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में घर में घुसकर 13 साल की बच्ची का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों ने पीड़िता को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है.
UP Shocker: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में घर में घुसकर 13 साल की बच्ची का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों ने पीड़िता को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है. एसएचओ मदन मोहन चतुवेर्दी ने कहा कि, आरोपियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. हालांकि इनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है. पीड़िता की मां के मुताबिक घटना 22 अगस्त की है, लेकिन पुलिस ने विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) के आदेश पर शुक्रवार शाम को मामला दर्ज किया.
मां ने आरोप लगाया कि शुरू में पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया, संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराई गई और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को भी सूचित किया गया. अदालत में अपनी शिकायत में, मां ने आरोप लगाया कि गांव के एक प्रभावशाली (रसूखदार) व्यक्ति के पांच बेटे (18 से 24 वर्ष की आयु) उसकी नाबालिग बेटी पर स्कूल जाने के दौरान लगातार अपमानजनक टिप्पणी करते थे. यह भी पढ़े: UP Shocker: 10 साल की बच्ची ने बहन से झगड़े के बाद चलती ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
उसने बताया कि 22 अगस्त को छात्रा जब स्कूल जा रही थी तो युवकों ने उसे सड़क पर घसीटा और उसके साथ दुष्कर्म किया। उसकी चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उसे बचाया। मां ने आरोप लगाया कि बाद में दिन में पांच युवक दो अन्य लोगों के साथ घर में घुस गए और उसके कपड़े फाड़ दिए और फिर उसका यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया.
किशोरी ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। उसके माता-पिता को भी पीटा गया जब उन्होंने अपनी बेटी को उनके चंगुल से छुड़ाने की कोशिश की। आरोपियों में से एक ने लड़की के पिता के सिर पर भी किसी भारी वस्तु से प्रहार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद मां ने सुंगढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पहुंची और एसपी दिनेश कुमार प्रभु को लिखित शिकायत भी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.अंत में वह कोर्ट चली गई.
एसपी ने कहा, इतनी बड़ी घटना पर मैं पुलिस कार्रवाई से क्यों इनकार करूंगा। घटना को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से किसी ने मुझसे व्यक्तिगत रूप से या फोन पर संपर्क नहीं किया.