Zika Patients In Pune: पुणे में जीका वायरस के दो मरीज मिले, डॉक्टर और उनकी बेटी में पाएं गए लक्षण, स्वास्थ विभाग अलर्ट
देश में मानसून ने दस्तक दे दी है. कई राज्यों में जोरदार बारिश शुरू हो चुकी है. इस दौरान कई बीमारियां लोगों को होने लगी है. मलेरिया और डेंगू के साथ ही अब पुणे में जिका वायरस के दो मरीज मिलने की वजह से स्वास्थ विभाग के हाथ पांव फुल गए है.
Zika Patients In Pune : देश में मानसून ने दस्तक दे दी है. कई राज्यों में जोरदार बारिश शुरू हो चुकी है. इस दौरान कई बीमारियां लोगों को हो रही है. मलेरिया और डेंगू के साथ ही अब पुणे में जिका वायरस के दो मरीज मिलने की वजह से स्वास्थ विभाग के हाथ पांव फुल गए है. पुणे में जीका वायरस के दो मरीज मिले है. जिसमें एक डॉक्टर और उनकी 13 साल की बेटी है , जिनमें लक्षण पाएं गए है.
कोथरुड के एरंडवणे परिसर के एक 46 साल के डॉक्टर और 13 साल की बेटी को इसके लक्षण दिखाई दिए है. जीका के मरीज मिलने की वजह से लोगों में डर का माहौल है. ये बीमारी मच्छरों के कारण होती है. गर्भवती महिलाओं को इसका सबसे ज्यादा खतरा होता है. जिसके कारण ऐसे महिलाओं को ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत बताई जा रही है. ये भी पढ़े :Dengue Cases: दुनियाभर में डेंगू के मामले बढ़ने पर अधिकारियों ने अमेरिकी चिकित्सकों को दिए सतर्क रहने के निर्देश
जीका वायरस जानलेवा नहीं है, लेकिन फिर भी महिलाओं पर इसका असर हो सकता है. मौसम में बदलाव के कारण डेंगू ,मलेरिया , चिकनगुनिया के साथ -साथ अब दूसरी बीमारियां भी बढ़ने लगी है.
जीका वायरस बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होने वाली एक बीमारी है और इस बीमारी के 80 प्रतिशत रोगियों में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. कुछ मरीजों में बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर में दर्द, सिरदर्द, लाल आंखें, उल्टी, अस्वस्थता, बुखार, शरीर पर दाने दिखाई देते है. जीका मरीज के मिलने से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.
इससे बचाव कैसे करें
- घरों में मच्छर न होने दे, घरों में सफाई रखे, मच्छरदानी का उपयोग करें
- घरों में जमा पानी ज्यादा दिनों तक न रखे
- ये रोग संक्रामक नहीं है.
- घरों में और दरवाजो में जाली लगाएं, जिससे की मच्छर न आने पाएं.
- दो दिन बुखार रहने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.