मोदी सरकार के राज में बना रिकॉर्ड, हज सब्सिडी खत्म होने के बावजूद 2 लाख मुस्लिम श्रद्धालु करेंगे पवित्र यात्रा
इस साल सब्सिडी के बिना रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुस्लिम अगले महीने से शुरू हो रही पवित्र हज यात्रा पर जाएंगे. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने खुद इस बात की जानकारी दी और कहा कि मोदी सरकार ने हज सब्सिडी के छल को ईमानदारी के बल से सफलतापूर्वक खत्म कर दिया है.
नई दिल्ली: इस साल सब्सिडी के बिना रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुस्लिम अगले महीने से शुरू हो रही पवित्र हज (Hajj) यात्रा पर जाएंगे. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने खुद इस बात की जानकारी दी और कहा कि मोदी सरकार ने हज सब्सिडी के छल को ईमानदारी के बल से सफलतापूर्वक खत्म कर दिया है.
गौरतलब हो कि भारत सरकार के अनुरोध पर सऊदी अरब सरकार ने इस साल से मक्का-मदीना के लिए भारतीयों का कोटा बढाकर दो लाख कर दिया है. केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि केन्द्र सरकार ने ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ हज सब्सिडी में होने वाला छल-कपट समाप्त कर दिया है. आजादी के बाद पहली बार इस वर्ष सब्सिडी के बिना रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुस्लिम हज जाएंगे.
नई दिल्ली में हज 2019 के प्रतिनिधियों के लिए आयोजित कार्यक्रम में नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी हटा देने के बाद भी हज यात्रियों पर किसी प्रकार का अनावश्यक वित्तीय बोझ न पड़े. इसके भी इंतजाम किए गए है. उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार ने हज यात्रियों की सुरक्षा और उनके लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं. साथ ही इस संबंध में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सरकार ने कुल 19 स्वास्थ्य केन्द्र (मक्का में 16 और मदीना में 3) स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा मक्का में 3 और मदीना में एक अस्पताल भी बनाए गए है.
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नकवी ने कहा कि देश के 21 स्थानों से 500 उड़ानों के जरिए इस वर्ष बिना सब्सिडी के रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुसलमान हज जाएंगे. एक लाख 40 हजार हज यात्री हज समिति के जरिए, 60 हजार हज यात्री हज समूह संगठनों के जरिए हज यात्रा पर जाएंगे.
सरकार ने हज यात्रियों की सहायता के लिए 620 हज समन्वयक, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक, डॉक्टर, चिकित्सा सहायक तैनात किए गए हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल होंगी. दरअसल इस साल हज जाने वाले मेहराम (पुरुष साथी) के बिना यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी है. इस वर्ष ‘मेहराम’ के बिना भारत से 2,340 मुस्लिम महिलाएं हज के लिए जाएंगी, जबकि पिछले वर्ष ‘मेहराम’ के बिना 1180 महिलाओं ने हज किया था.
हज 2019 के लिए उड़ानें 4 जुलाई से शुरू होंगी. 4 जुलाई को दिल्ली, गया, गुवाहाटी और श्रीनगर से उड़ाने शुरू होंगी. इसके अलावा हज यात्री बेंगलुरु (7 जुलाई), कालीकट (7 जुलाई), कोच्चि (14 जुलाई), गोवा (13 जुलाई), मंगलौर (17 जुलाई), मुंबई (14 और 21 जुलाई), श्रीनगर (21 जुलाई) से जाएंगे. दूसरे चरण में उड़ानें अहमदाबाद (20 जुलाई), औरंगाबाद (22 जुलाई), भोपाल (21जुलाई), चेन्नई (31 जुलाई), हैदराबाद (26 जुलाई), जयपुर(20 जुलाई), कोलकाता (25 जुलाई), लखनऊ (20 जुलाई), नागपुर (25 जुलाई), रांची(21 जुलाई) और वाराणसी (29 जुलाई) से रवाना होंगी.