ट्रकों और बसों की हड़ताल खत्म नहीं हुई तो बढ़ेगी मुसीबत, रोजमर्रा की चीजें होंगी महंगी

देश की राजधानी में आने वाले सामानों जूता, कपड़े, भवन निर्माण सामग्री, अनाज, स्टेशनरी, आटा, तेल और घी की सप्लाई प्रभावित हो रही है.

ट्रक हड़ताल (Photo Credit-ANI)

नई दिल्ली: अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रकों की हड़ताल जारी है. ऐसे में आनेवाले दिनों में आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. बता दें कि केंद्र सरकार और ट्रांसपोर्ट यूनियन के बीच शनिवार को वार्ता नहीं हो सकी. ऐसे में ट्रांसपोर्ट संगठन भी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. खबरों की मानें तो ट्रक ऑपरेटर्स तीन दिनों तक सब्जियों, फलों और जीवनदायिनी दवाओं का स्टाक बनाकर रखा है. यही कारण है अब ट्रक ऑपरेटर्स ने रोजमर्रा सामनों की बुकिंग बंद कर दी है. ऐसे में रविवार तक सब्जी और दवाओं की आपूर्ति जारी रहेगी. उसके बाद इन सामानों पर भी असर दिखना शुरू हो जाएगा.

देश की राजधानी में आने वाले सामानों जूता, कपड़े, भवन निर्माण सामग्री, अनाज, स्टेशनरी, आटा, तेल और घी की सप्लाई प्रभावित हो रही है. कई जगह रास्ते में इनके भरे हुए ट्रक खड़े हैं तो कई जगह से रवाना नहीं हुए. जानकारी के अनुसार दिल्ली से ही रोजाना एक हजार ट्रक माल लेकर आस-पास के जनपदों में सप्लाई करते है.जिससे आनेवाले समय में अगर हड़ताल जारी रही तो इसका सीधा असर दिखाई देगा.

गौरतलब है कि डीजलों की दरों में कमी, इंश्योरेंस पॉलिसी व अन्य मांगों को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने 20 जुलाई से पूरे देश में बेमियादी ट्रक हड़ताल की घोषणा की है.

ये हैं ट्रांसपोर्टर यूनियन की मुख्य मांगें-

-डीजल की कीमतें कम हो.

-टोल प्लाजा पर बैरियर बंद हो.

-राष्ट्रीय स्तर पर समान मूल्य निर्धारित हो.

-ट्रांसपोर्टरों पर टीडीएस खत्म हो.

-थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी की छूट हो.

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