
Prayagraj Traffic Jam: महाराष्ट्र के गोंदिया से महाकुंभ में संगम स्नान करने आए नारायण प्रसाद तिवारी और उनका परिवार खुशी-खुशी यात्रा पर निकला था, लेकिन यह यात्रा दर्दनाक हादसे में बदल गई. Bhaskar.com की रिपोर्ट के अनुसार, जाम के कारण समय पर अस्पताल न पहुंच पाने की वजह से उनकी पत्नी रेखा तिवारी (60) की मौत हो गई. 62 वर्षीय नारायण प्रसाद तिवारी अपनी पत्नी रेखा और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शुक्रवार सुबह 11 बजे महाराष्ट्र से निकले थे. शनिवार सुबह 5 बजे संगम पहुंचे, लेकिन जैसे ही गाड़ी से उतरे, रेखा को सांस लेने में तकलीफ होने लगी.
तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन शहर में भारी जाम होने के कारण तीन घंटे बाद अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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अस्पताल पहुंचने में देरी से महिला की मौत
महाराष्ट्र के नारायण प्रसाद तिवारी परिवार सहित महाकुंभ में आए। गाड़ी से उतरते ही पत्नी रेखा की तबीयत खराब हो गई। सांस लेने में तकलीफ हुई। जाम की वजह से परिवार को हॉस्पिटल पहुंचने में 3 घंटे लग गए। रेखा की रास्ते में ही मौत हो गई।
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— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) February 15, 2025
गाड़ी में ही तोड़ दिया दम
परिवार को पहले ही अंदेशा हो गया था कि रेखा अब इस दुनिया में नहीं रहीं, लेकिन उन्होंने नारायण को यह बात नहीं बताई. नारायण बार-बार अपनी पत्नी को पुकारते रहे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. जब अस्पताल पहुंचे, तब डॉक्टरों ने बताया कि रास्ते में ही उनका निधन हो चुका था.
पुलिस से नहीं मिली मदद
नारायण के एक रिश्तेदार ने बताया कि रास्ते में उन्होंने पुलिस से मदद मांगी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने पुलिस से एक ऑटो तक उपलब्ध कराने की गुहार लगाई, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली.
यह घटना प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े करती है. सरकार को चाहिए कि ऐसी व्यवस्थाएं की जाएं, जिससे किसी की जान सिर्फ जाम में फंसने की वजह से न जाए.