पिछला एक साल भारत के धनी लोगों के लिए रिकॉर्ड कमाई का साल रहा है. भारत के 100 सबसे धनी लोगों की संपत्ति कुल मिलाकर 1000 अरब डॉलर को पार कर गई है.दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बनने की ओर बढ़ते भारत के सबसे अमीर उद्योगपतियों ने इस साल एक नया रिकॉर्ड बनाया है. अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स के अनुसार, पहली बार उनकी कुल संपत्ति 10 खरब डॉलर यानी 84,000 अरब रुपये से ज्यादा हो गई है.
फोर्ब्स के विश्लेषकों का कहना है कि जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद, निवेशकों का भारत पर भरोसा और बढ़ गया है. इसका असर शेयर बाजार पर भी पड़ा है, जिससे बीएसई सेंसेक्स में 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की कुल संपत्ति अब 1,100 अरब डॉलर है. यह 2019 की तुलना में दोगुनी हो गई है. सितंबर, 2023 से सितंबर, 2024 के बीच उन्होंने कुल 316 अरब डॉलर, यानी करीब 40 फीसदी की बढ़ोतरी की है.
इनमें से 58 उद्योगपतियों की संपत्ति में एक अरब डॉलर या उससे ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. 5 सबसे अधिक अमीर लोगों की संपत्ति में कुल मिलाकर लगभग 120 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है.
मुकेश अंबानी अब भी सबसे अमीर
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं. उन्होंने रिलायंस के निवेशकों को दिवाली पर बोनस शेयर देने की घोषणा की थी. साथ ही, उनके बेटे अनंत की शादी के शानदार समारोहों ने भी सुर्खियां बटोरी थीं. उनकी संपत्ति में इस साल 27.5 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है, जिससे उनकी कुल संपत्ति 119.5 अरब डॉलर हो गई है.
इस साल सबसे ज्यादा संपत्ति गौतम अदाणी ने बढ़ाई है. पिछले साल शॉर्ट-सेलिंग अटैक से उबरने के बाद, अदाणी और उनके भाई विनोद ने अपनी संपत्ति में 48 अरब डॉलर जोड़े हैं. इससे उनकी कुल संपत्ति 116 अरब डॉलर हो गई है. अदाणी ने हाल ही में अपने बेटों और भतीजों को कंपनी के प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है.
महिला उद्योगपतियों का बढ़ता दबदबा
ओ.पी. जिंदल ग्रुप की प्रमुख, सावित्री जिंदल इस बार तीसरे स्थान पर पहुंच गई हैं. वह भारत की सबसे अमीर महिला हैं. इस साल सूची में 9 महिलाएं शामिल हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 8 थी. इस साल एक नई महिला उद्योगपति महिमा डाटला हैं, जो वैक्सीन निर्माता कंपनी बायोलॉजिकल ई की मालिक हैं.
भारत में रियल एस्टेट बाजार में भी जबरदस्त तेजी आई है. घरों की बढ़ती मांग से इस क्षेत्र के चार प्रमुख उद्योगपतियों की कुल संपत्ति में 16 अरब डॉलर से अधिक की वृद्धि हुई है. बेंगलुरु स्थित डेवलपर प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स के इरफान रजाक और उनके भाई-बहन इस तेजी के कारण सूची में वापस लौट आए हैं.
भारत को दुनिया की फार्मेसी कहा जाता है और इस सेक्टर के दिग्गजों की संपत्ति में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के संस्थापक दिलीप सांघवी की संपत्ति 32.4 अरब डॉलर तक पहुंच गई है. वहीं, टॉरेंट फार्मास्युटिकल्स के मालिक सुदीर और समीर मेहता की संपत्ति दोगुनी होकर 16.3 अरब डॉलर हो गई है.
अरबपतियों की नई पीढ़ी
इस साल एक बड़ा बदलाव यह रहा कि गोदरेज परिवार ने अपनी संपत्ति का बंटवारा कर दिया. अब आदि और नादिर गोदरेज अपने चचेरे भाइयों जमशेद और स्मिता गोदरेज से अलग दिखाई दे रहे हैं.
सूची के सबसे युवा सदस्य 38 साल के निखिल कामत हैं, जो डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म जेरोधा के सह-संस्थापक हैं. वहीं, सूची में छह ऐसे बुजुर्ग भी हैं, जिन्होंने अपनी कंपनियों का प्रबंधन अगली पीढ़ी को सौंप दिया है.
इस साल इस सूची में जगह बनाने की न्यूनतम संपत्ति 3.3 अरब डॉलर हो गई है, जो पिछले साल 2.3 अरब डॉलर थी. इससे 11 अरबपति इस बार की सूची से बाहर हो गए हैं. भारत के ये सबसे अमीर उद्योगपति विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से वृद्धि कर रहे हैं, जिसमें रियल एस्टेट, फार्मा, इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा शामिल हैं.
वीके/सीके