Azamgarh Jail Fraud: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले (Azamgarh Crime News) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां हत्या के एक आरोपी ने जेल प्रशासन को चकमा देकर लगभग 30 लाख रुपये ठग लिए. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, पत्नी की हत्या (Wife Killer) के आरोप में जेल में बंद रामजीत यादव ने मई 2024 में जमानत पर रिहा होने के बाद जेल की चेकबुक का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की.
सिटी एएसपी मधुवन कुमार (City ASP Madhuvan Kumar) सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि यादव ने एक अन्य कैदी शिव शंकर उर्फ गोरख, वरिष्ठ सहायक मुशीर अहमद और जेल वार्डन अवधेश कुमार पांडे की मदद से जेल अधीक्षक के बैंक खाते से रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली.
जेल प्रशासन को कैसे हुआ शक?
22 सितंबर को ₹2.6 लाख की संदिग्ध निकासी का पता चलने पर जेल प्रशासन को शक हुआ. जेल के वरिष्ठ खाता प्रभारी मुशीर अहमद से पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की गायब रकम से इनकार किया. इसके बाद, पूरे खाते के विवरण की जांच की गई और एक आंतरिक जांच शुरू की गई, जिसमें यादव और उसके साथियों की साजिश का पता चला.
जाली हस्ताक्षर कर लुटे पैसे
जांच में यह भी पता चला कि यादव ने जेल ठेकेदार बनकर जेल अधीक्षक के जाली हस्ताक्षर किए और चेक जारी कर दिया. चारों आरोपी अब हिरासत में हैं और पुलिस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है.
जेल में क्यों बंद था आरोपी
जमुआ शाहगढ़ गांव निवासी रामजीत यादव को 24 फरवरी, 2023 को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में बंद किया गया था. इस घटना ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.













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