हैदराबाद: विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के दौरान तीन राज्यों में शानदार जीत हासिल करने वाली कांग्रेस (Congress) को तेलंगाना (Telangana) में तगड़ा झटका लगा है. बता दें कि कांग्रेस को शुक्रवार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब पार्टी के छह में से चार विधान पार्षद (एमएलसी) सत्तारूढ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल हो गए. विधान परिषद के सभापति के स्वामी गौड़ ने उन्हें टीआरएस के सदस्य के रूप में मान्यता दे दी है. दरअसल, यह घटनाक्रम विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के करीब दस दिन के बाद हुआ है.
तेजी से बदलते घटनाक्रम वाले दिन, कांग्रेस के एमएलसी एम एस प्रभाकर राव, टी संतोष कुमार, के दामोदर रेड्डी और अकुला ललिता ने परिषद के सभापति से मुलाकात कर अर्जी सौंपी. इसके कुछ घंटे बाद, परिषद के सचिव ने बुलेटिन जारी कर सदन के सदस्यों को सभापति द्वारा इस ‘‘विलय’’ को मान्यता देने के बारे में जानकारी दी.
बुलेटिन में कहा गया कि सभी सदस्यों को जानकारी दी जाती है कि तेलंगाना विधान परिषद के सभापति ने परिषद के कांग्रेसी विधायक दल का तेलंगाना राष्ट्र समिति विधायक दल में विलय को मान्यता दे दी है. चालीस सदस्यीय परिषद में अब कांग्रेस के केवल दो सदस्य मोहम्मद अली शब्बीर और पी सुधाकर रेड्डी रह गये हैं. यह भी पढ़ें: केसीआर ने पूरा किया अपना चुनावी वादा: तेलंगाना में बनेंगे 2 नए जिले, 58 की उम्र से मिलेगी पेंशन
ज्ञात हो कि तेलंगाना में सात दिसंबर को हुए चुनाव में कुल 119 विधानसभा सीटों में टीआरएस ने 88 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस को 19, बीजेपी को 1 और अन्य को 11 सीटें मिली थीं.