
कोयंबटूर, 12 मार्च: तमिलनाडु के कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (CMCH) में मंगलवार, 11 मार्च को एक चौंकाने वाली घटना में एक व्यक्ति ने अस्पताल में भर्ती होने के कुछ ही घंटों बाद आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान ओडिशा के रामचंदर के रूप में हुई है, उसे संदिग्ध रेबीज के लक्षणों के साथ लाया गया था और उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था. बेहोश करने की दवा के बावजूद, उसने आक्रामक व्यवहार दिखाया. जिससे अस्पताल के कर्मचारियों को अग्निशमन और बचाव कर्मियों से सहायता लेनी पड़ी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि रामचंदर में रेबीज जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दिए, लेकिन कुत्ते के काटने का कोई ज्ञात इतिहास नहीं था. उसके अनियमित व्यवहार ने चिंता पैदा कर दी और डॉक्टरों को उसकी स्थिति को नियंत्रित करने में संघर्ष करना पड़ा. यह भी पढ़ें: MP: कुत्ते के काटने के बाद कच्चा मांस खाने लगा शख्स! लोगों में फैली दहशत, जानें इस अजीब बर्ताव पर क्या बोले डॉक्टर
अधिकारियों को संदेह है कि उसे कोई अंतर्निहित मानसिक बीमारी हो सकती है, लेकिन उसके आक्रामक होने का कारण स्पष्ट नहीं है. अस्पताल में भर्ती होने के दो से तीन घंटे के भीतर आगे की चिकित्सा हस्तक्षेप किए जाने से पहले उसने अपनी जान ले ली. सीएमसीएच डीन ए निर्मला ने बताया कि इस तरह के गंभीर रेबीज के मामले दुर्लभ हैं, और डॉक्टरों को अभी तक उसके हिंसक व्यवहार का सही कारण पता नहीं चल पाया है. अस्पताल ने किसी भी संभावित स्वास्थ्य जोखिम को रोकने के लिए उसके शव को एक अलग शवगृह में रख दिया. उसके रिश्तेदारों को सूचित कर दिया गया है और मौत के कारण की पुष्टि के लिए बुधवार को शव परीक्षण निर्धारित किया गया है. उसकी तेजी से गिरावट के कारण डॉक्टर उसकी स्थिति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र करने में असमर्थ थे.
अस्पताल ने यह भी कहा कि हाल के वर्षों में रेबीज के अत्यधिक लक्षण दुर्लभ रहे हैं, जिससे उसकी हालत में तेजी से गिरावट आने की चिंता और बढ़ गई है. अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि मृतक को कोई मानसिक स्वास्थ्य समस्या थी या नहीं या फिर रेबीज ही उसके व्यवहार के लिए जिम्मेदार था. सीमित चिकित्सा इतिहास उपलब्ध होने के कारण डॉक्टर आगे की स्पष्टता के लिए शव परीक्षण के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं.