चेन्नई, 15 अक्टूबर : तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने नॉर्थ ईस्ट मानसून की वजह से होने वाली समस्याओं से निपटने का खाका तैयार कर लिया है. आईएमडी ने यहां भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार के लिए कई जिलों के लिए पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मानसून सीजन की तैयारियों के तहत राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में रैपिड मेडिकल रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया है. प्रत्येक आरआरटी में एक चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स, ग्राम स्वास्थ्य नर्स, स्वास्थ्य निरीक्षक के अलावा सभी आवश्यक दवाएं शामिल हैं. जिला चिकित्सा अधिकारी अपने-अपने जिलों में आरआरटी के साथ तालमेल बैठाकर काम करेंगे. जिला चिकित्सा अधिकारी अपने कार्यालयों से आरआरटी से मिलकर मानसून के दौरान उत्पन्न होने वाली अन्य आपात स्थितियों को संभालने के लिए एक कमांड सेंटर भी संचालित करेंगे.
प्रत्येक जिले के सभी रेस्क्यू शेल्टर्स में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए चिकित्सा दल मौजूद रहेगा. आपातकालीन स्थितियों के लिए ‘108’ एम्बुलेंस भी स्टैंडबाय पर रहेंगी और पूरे राज्य में बाढ़-ग्रस्त और संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी. किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए इन एम्बुलेंस में पर्याप्त ईंधन भरा जाएगा. इस बीच, राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर हताहतों की स्थिति को हैंडल करने के लिए सुपरिभाषित प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है. यह भी पढ़ें : मछुआरे ने गोवा बीच पर रूस के एक बुजुर्ग व्यक्ति को बचाया, वीडियो वायरल
अस्पतालों को आपातकालीन दवाओं, टीकों और बिस्तरों की उपलब्धता और आपूर्ति बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों से मानसून के दौरान अस्पताल की तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए संवाद किया है, जिसमें चिकित्सा कर्मचारियों और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता भी शामिल है. सभी जिला अस्पतालों को 24x7 बिजली की आपूर्ति, बैकअप जनरेटर और पर्याप्त ईंधन की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है. अधिकारियों ने कहा है कि अस्पताल की आपूर्ति और वितरण श्रृंखला में निरंतरता बनाए रखने के लिए एक इमरजेंसी रिस्पॉन्स प्लान सक्रिय रहेगा.
प्रत्येक रेस्क्यू शेल्टर के प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग के लिए पर्याप्त कीटाणुनाशक और कीटनाशक रखे जाएंगे. राज्य का स्वास्थ्य विभाग बाढ़ या जलभराव से प्रभावित सभी क्षेत्रों में सुपर-क्लोरीनेशन भी करेगा. अधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन और स्थानीय निकाय यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं कि मृत जानवरों का तुरंत निपटान किया जाए. मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार को सचिवालय में मानसून की तैयारी की बैठक की, जहां उन्होंने सभी विभागों को भारी बारिश के मद्देनजर सतर्क रहने का निर्देश दिया.