स्टैचू ऑफ यूनिटी को SCO ने अपने आठ अजूबों की लिस्ट में किया शामिल
अखंड भारत के सूत्रधार ''भारत रत्न'' लौह पुरुष (Iron man of India) सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' को अपने आठ अजूबों (Eight wonders of SCO) की लिस्ट में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) ने शामिल कर लिया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की. एस जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा, शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन के 8 अजूबों की लिस्ट में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का शामिल होना प्रेरणादायक है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि के स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का आठ अजूबों की लिस्ट में शामिल होने का मतलब ये भी है कि अब शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) अपने मित्र देशों में दुनिया के सबसे विशालकाय मूर्ति का प्रचार करेगा.
नई दिल्ली:- अखंड भारत के सूत्रधार ''भारत रत्न'' लौह पुरुष (Iron man of India) सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' को अपने आठ अजूबों (Eight wonders of SCO) की लिस्ट में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) ने शामिल कर लिया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की. एस जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा, शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन के 8 अजूबों की लिस्ट में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का शामिल होना प्रेरणादायक है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि के स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का आठ अजूबों की लिस्ट में शामिल होने का मतलब ये भी है कि अब शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) अपने मित्र देशों में दुनिया के सबसे विशालकाय मूर्ति का प्रचार करेगा.
बता दें कि लौहपुरुष और देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' अनावरण करेंगे. यह प्रतिमा गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध पर बनी है. इसे दुनिया की सबसे उंची यह प्रतिमा माना जा रहा है इसकी कुल उंचाई 182 मीटर है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा के निर्माण में 25,000 टन लोहे और 90,000 टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है. इसे बनाने के में कुल 5 साल वक्त लगा. यह भी पढ़ें:- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बना भारत का सबसे ज्यादा कमाई वाला स्मारक, दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल को छोड़ा पीछे
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से आकार में दोगुनी है. सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित यह प्रतिमा अहमदाबाद से करीब 200 किमी दूर है और सरदार सरोवर बांध के पास स्थित है. इस प्रतिमा का उद्घाटन 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. यह प्रतिमा तेज हवा, कंपन और भूकंप का सामना कर सकती है. इसमें ऑडियो-विजुअल विभाग के साथ एक संग्रहालय भी स्थित है.