नई दिल्ली: देशभर में कोविड-19 (COVID-19) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. कई राज्यों के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि के बाद रिकवरी रेट में भी गिरावट हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में 1,61,736 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गये हैं, नये आंकड़ों के बाद मंगलवार को कोरोना के कुल मामले 1,36,89,453 हो गये हैं. महज एक दिन में सक्रिय मरीजों की संख्या में 63,689 की बढ़ोतरी हुई है. वहीं अमेरिका के बाद भारत सबसे ज्यादा संक्रमण वाला देश बन गया है. दिल्ली में 24 घंटे में कोरोना वायरस के 13,500 नए मामले, बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की मांग
अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देशभर में पिछले 24 घंटों में 879 मरीजों ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1,71,058 हो गया है. वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या 12,64,698 होने के बाद भारत अब दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा सक्रिय मामले वाला देश है. हालांकि इस अवधि में कुल 97,168 मरीज रिकवर हुए, इसी के साथ 89.51 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ 1,22,53,697 लोग जानलेवा वायरस को मात दे चुके हैं. Maharashtra Lockdown: महाराष्ट्र सरकार बना रही लॉकडाउन के लिए फूल प्रूफ प्लान, केंद्र से भी मांगी मदद
देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों के आलावा छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्यों में भी स्थिति भयावह हो गई है. देश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 10 अप्रैल को एक मिलियन के पार पहुंच गया. 1 अप्रैल और उसके बाद से सक्रिय मामलों में दैनिक बढ़ोतरी कम से कम 30,000 की हुई, फिर 8 अप्रैल से यह आंकड़ा 60,000 के ऊपर चला गया. 12 अप्रैल को तो सक्रिय मामलों की संख्या में 92,922 की वृद्धि हुई. साथ ही दैनिक मौतों की संख्या भी नए शिखर पर पहुंच गई है. हर दिन बढ़ रहे नए मरीजों और मृतकों की संख्या सरकार के लिए सबसे बड़ी चिंता की वजह बन गई है.
📍Total #COVID19 Cases in India (as on April 13, 2021)
▶️89.51% Cured/Discharged/Migrated (1,22,53,697)
▶️9.24% Active cases (12,64,698)
▶️1.25% Deaths (1,71,058)
Total COVID-19 confirmed cases = Cured/Discharged/Migrated+Active cases+Deaths#StaySafe pic.twitter.com/g7yZPBSlED
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 13, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और केरल सहित 10 राज्यों में कोविड के नए दैनिक मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. नए कोरोना संक्रमण के मामलों के 80.80 प्रतिशत इन्हीं 10 राज्यों से रिपोर्ट किए गए हैं. छत्तीसगढ़ में उत्पादित ऑक्सीजन में से 80 प्रतिशत की आपूर्ति अस्पतालों को: सरकार
State-wise details of Total Confirmed #COVID19 cases
(till 13 April, 2021, 8 AM)
➡️States with 1-30000 confirmed cases
➡️States with 30001-330000 confirmed cases
➡️States with 330000+ confirmed cases
➡️Total no. of confirmed cases so far #StaySafe pic.twitter.com/boaQyNIejd
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 13, 2021
महाराष्ट्र में 51,751 की संख्या के साथ सर्वाधिक दैनिक नए मामले दर्ज हुए हैं. जबकि 13,604 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है तथा छत्तीसगढ़ में 13,576 नए मामले सामने आये है. पांच राज्यों- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल की कुल मिलाकर भारत के कुल सक्रिय मामलों में 68.85 प्रतिशत की भागीदारी है. देश के कुल सक्रिय मामलों में अकेले महाराष्ट्र की 44.78% की भागीदारी है. कोरोना का कहर: लखनऊ नगर निगम क्षेत्र में रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला
📍#COVID19 India Tracker
(As on 13 April, 2021, 08:00 AM)
➡️Confirmed cases: 1,36,89,453
➡️Recovered: 1,22,53,697 (89.51%)👍
➡️Active cases: 12,64,698 (9.24%)
➡️Deaths: 1,71,058 (1.25%)#IndiaFightsCorona#Unite2FightCorona#StaySafe @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/n8tUQr1p5a
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 13, 2021
नई मौतों के 88.05% प्रतिशत में 10 राज्यों की भागीदारी है. महाराष्ट्र में अधिकतम मौतें (258) दर्ज की गईं, जबकि 132 दैनिक मौतों के साथ छ्त्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर रहा. जबकि पिछले 24 घंटों में 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड-19 से एक भी मौत दर्ज नहीं की गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि पंजाब में मध्य फरवरी में हर रोज 300 मामले सामने आते थे अब यह बढ़कर 3,000 हो गए हैं. जबकि कर्नाटक में औसतन हर दिन 404 मामले सामने आते थे अब ये बढ़कर 7,700 हो गए हैं. वहीं, फरवरी मध्य में मध्य प्रदेश में औसतन 267 मामले आते थे, अब यह बढ़कर 4,900 हो गए हैं. तमिलनाडु में औसतन 450 मामले आते थे अब यह बढ़कर 5,200 हो गए है. कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली का है, जहाँ तब 134 मामले आते थे अब यह बढ़कर 8,104 हो गए हैं.