नई दिल्ली: अंग्रेजी भाषा में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर (Shashi Tharoor) को साहित्य अकादमी अवॉर्ड 2019 (Sahitya Akademi Award 2019) से नवाजा गया है. बता दें कि बुधवार को साहित्य अकादमी ने अंग्रेजी के लिए डॉ शशि थरूर, हिंदी के लिए नंदकिशोर आचार्य, उर्दू के लिए प्रोफेसर शाफे किदवई और पंजाबी भाषा के लिए किरपाल कजाक समेत 23 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को साहित्य की दुनिया का सबसे बड़ा सम्मान साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 देने का ऐलान किया. शशि थरूर को ये पुरस्कार उनके द्वारा ब्रिटिश काल पर अंग्रेजी भाषा में लिखी गई किताब 'एन एरा ऑफ डार्कनेस' (An Era of Darkness) के लिए मिला है, जो साल 2016 में रिलीज हुई थी.
बुधवार को साहित्य अकादमी संस्था की ओर से कुल 23 भाषाओं में योगदान के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है. इनमें हिंदी, अंग्रेजी, ऊर्दू, पंजाबी, तमिल, असमिया, बांग्ला जैसी कुल 23 भाषाएं शामिल हैं. शशि थरूर को अंग्रेजी भाषा में दिए गए योगदान के लिए यह सम्मान मिला है.
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019
प्रेस विज्ञप्ति: साहित्य अकादेमी ने आज 23 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादेमी पुरस्कार-2019 की घोषणा की। @prahladspatel, @pspoffice, @MinOfCultureGoI, @ksraosahitya, @PIB_India, @MIB_India, @DDNational pic.twitter.com/9UXna59kj7
— Sahitya Akademi (@sahityaakademi) December 18, 2019
केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने साल 2016 में ब्रिटिश काल पर अंग्रेजी भाषा में 'एन एरा ऑफ डॉर्कनेस' नाम की किताब लिखी थी. इस किताब में उन्होंने भारत में अंग्रेजी हुकूमत के बारे में लिखा था. यह भी पढ़ें: पायल रोहतगी की गिरफ्तार का कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने किया विरोध, कहा-देश में सभी को अपनी बातें रखने का हक, जल्द किया जाए रिहा
इस किताब में 1857 की क्रांति, 1919 का जलियांवाल बाग नरसंहार, ईस्ट इंडिया कंपनी के भारत आने और उनके भारत से वापस जाने तक के किस्से का जिक्र किया गया है. गौरतलब है कि अंग्रेजी भाषा के लिए साहित्य अकादमी अवॉर्ड पाने वाले शशि थरूर अब तक कुल 19 किताबें लिख चुके हैं.