शशि थरूर बोले- उम्मीद है राहुल गांधी फिर संभालेंगे पार्टी की बागडोर, सोनिया गांधी पर ज्यादा बोझ डालना सही नहीं
शशि थरूर ने कहा कि सोनिया गांधी पर एक लंबी अवधि के लिए पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारियों का बोझ डालना अनुचित है. उन्होंने कहा, कांग्रेस में अब भी कई लोगों को उम्मीद है कि राहुल गांधी अपना मन बदलेंगे और एक बार फिर पार्टी का नेतृत्व संभालेंगे.
कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पार्टी के अध्यक्ष पद पर संभावित वापसी का संकेत देते हुए कि पार्टी के कई नेताओं को उम्मीद है कि राहुल गांधी पार्टी प्रमुख के रूप में वापसी करेंगे. न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में, शशि थरूर ने कहा कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर एक लंबी अवधि के लिए पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारियों का बोझ डालना अनुचित है. उन्होंने कहा अब सोनिया गांधी पर कांग्रेस को चलाने और पार्टी को पुनर्जीवित करने का दायित्व देना ठीक नही है. सोनिया गांधी जी की नियुक्ति एक अस्थायी उपाय था और हम में से कई लोग मानते हैं कि उन पर इस पद का बोझ डालना उचित नहीं है, दो साल से कम समय के बाद उन्होंने पद संभाला.
शशि थरूर ने कहा, "कई संगठनात्मक और संरचनात्मक परिवर्तनों की देखरेख के साथ जो कांग्रेस को पुनरुद्धार की बड़ी प्रक्रिया की जरूरत है. उन्होंने कहा, हम अनिश्चित काल के लिए एक ऐसे अध्यक्ष पर भार नहीं बढ़ा सकते हैं. मैं मानता हूं कि कई लोग सोचते हैं कि वह पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सबसे शानदार हैं, क्योंकि उन्होंने इतने लंबे समय तक प्रभावी ढंग से काम किया. यह भी पढ़ें- फिर कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे राहुल गांधी? 1 साल के भीतर फिर होगी वापसी.
पार्टी को राहुल गांधी से उम्मीद
शशि थरूर ने कहा, 'कांग्रेस में अब भी कई लोगों को उम्मीद है कि राहुल गांधी अपना मन बदलेंगे और एक बार फिर पार्टी का नेतृत्व संभालेंगे. हमारा विश्वास है कि उनके पास पार्टी को एक साथ आगे ले जाने और उसमें बदलाव करने की क्षमता है. थरूर ने कहा, यदि वह दोबारा इस पद पर आने के लिए तैयार होते हैं तो यह जितनी जल्दी हो उतना अच्छा लेकिन अगर वह अपने फैसले को लेकर अडिग हैं तो हमें एक सक्रिय और पूर्णकालिक नेतृत्व खोजने की आवश्यकता है ताकि कांग्रेस पार्टी राष्ट्र की उम्मीद के अनुसार आगे बढ़ सके.'
गैर गांधी अध्यक्ष पर बोले शशि थरूर
शशि थरूर ने गैर-गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने की संभावना को पर कहा कि परिवार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दिलों में 'अच्छे कारण' की वजह से 'विशेष जगह' रखता है. थरूर ने कहा, 'जब राहुल ने इस्तीफा दिया तो उन्होंने खुद स्पष्ट कर दिया था कि अब कोई गैर-गांधी अध्यक्ष होना चाहिए और ऐसा हो भी सकता है.
शशि थरूर ने कहा, पार्टी नेअपने पिछले मतभेदों को भी दूर किया है और क्षेत्रीय दलों के साथ व्यावहारिक गठबंधन बनाया है. इसके परिणामस्वरूप महाराष्ट्र और झारखंड गठबंधन हुआ है. हमअच्छा काम भी कर रहे हैं. ऐसे में हमारी मौजूदा हालत को निष्क्रियता बता देना गलत है. उन्होंने कहा, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पुदुचेरी में पांच मजबूत और प्रभावी सरकारें हैं, जो अपने प्रभावी शासन के माध्यम से, हर एक दिन यह दोहराती हैं कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार आ गई तो हमारी योजनाएं क्या हैं.
बता दें कि सोनिया गांधी ने 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और राहुल गांधी को पदभार सौंप दिया. हालांकि, 2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी ने एक बार कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली. अब देखना यह होगा कि सोनिया गांधी ही अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालती हैं या राहुल गांधी वापसी का मन बनाते हैं.