मुंबई, 3 अगस्त : भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला कारोबारी हफ्ता नुकसान वाला रहा. अमेरिका में मंदी की आहट के चलते शेयर बाजार में बड़ी बिकवाली देखी गई. इसके साथ ही लगातार आठ हफ्तों से चली आ रही तेजी थम गई. शुक्रवार के सत्र में निफ्टी 293 अंक या 1.17 प्रतिशत गिरकर 24,717 और सेंसेक्स 855 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 80,981 पर बंद हुआ.
बीते हफ्ते सेंसेक्स में 0.43 प्रतिशत और निफ्टी में 0.37 प्रतिशत की गिरावट हुई. यह मई के आखिरी हफ्ते के बाद पहला मौका है, जब बाजार में साप्ताहिक आधार पर गिरावट देखने को मिली है. साप्ताहिक आधार पर निफ्टी में आयशर मोटर्स (5.7 प्रतिशत), आईटीआई माइंडट्री (4.8 प्रतिशत), ग्रासिम इंडस्ट्रीज (4.8 प्रतिशत), महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.8 प्रतिशत), विप्रो (4.3 प्रतिशत) और हीरो मोटोकॉर्प (3.7 प्रतिशत) की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स थे. यह भी पढ़ें : Wayanad Landslide: वायनाड भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 344 हुई, रेस्क्यू पांचवें दिन भी जारी
वहीं, एनटीपीसी (5.9 प्रतिशत), बीपीसीएल (5.6 प्रतिशत), एशियन पेंट्स (5.3 प्रतिशत), डिविस लेबोरेटरीज (4.2 प्रतिशत), पावर ग्रिड कॉरपोरेशन (4.1 प्रतिशत) की बढ़त के साथ टॉप गेनर्स थे. बाजार के जानकारों का कहना है कि घरेलू बाजार में व्यापक स्तर पर इस हफ्ते बिकवाली देखने को मिली है, क्योंकि बाजार के पास आगे बढ़ने के लिए कोई नई चीज नहीं है. जून तिमाही के नतीजे भी मिले जुले आ रहे हैं, जिसने बाजार में गिरावट को बढ़ाया है.
साप्ताहिक आधार पर निफ्टी रियल्टी (3.76 प्रतिशत), निफ्टी आईटी (3.04 प्रतिशत), निफ्टी ऑटो (2.04 प्रतिशत), निफ्टी एफएमसीजी (1.57 प्रतिशत) और निफ्टी (1.16 प्रतिशत) की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा गिरने वाले इंडेक्स थे. दूसरी तरफ निफ्टी एनर्जी (2.53 प्रतिशत), निफ्टी फार्मा (1.39 प्रतिशत) और निफ्टी मीडिया (1.19 प्रतिशत) के सकारात्मक रिटर्न के साथ सबसे ज्यादा बढ़ने वाले इंडेक्स थे.
बाजार में गिरावट पर चॉइस ब्रोकिंग का कहना है कि निफ्टी शुक्रवार को गैप डाउन होने के बाद 293 अंक गिरकर बंद हुआ. यह निफ्टी में ब्रेकआउट फेल होने का संकेत दे रहा है क्योंकि गिरावट में खरीदारी देखने को नहीं मिली है.