शाहीन बाग: चार दिन की बातचीत के बाद भी नहीं निकला कोई हल, प्रदर्शनकारियों ने वार्ताकारों के सामने रखीं कई मांगे
SC की ओर से नियुक्त वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन (Photo Credits-ANI Twitter)

नई दिल्ली. शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर पिछले 15 दिसंबर से जारी विरोध प्रदर्शन जारी है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से वार्ताकारों की नियुक्ति के बाद चार दिनों से चल रही बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका है. शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने नोएडा-फरीदाबाद सड़क (Noida-Faridabad Road) को कुछ देर के लिए खोला था और फिर बंद भी कर दिया.इसी के साथ ही साधना रामचंद्रन (Sadhana Ramachandran) ने प्रदर्शन करने वालों से सड़क खुलवाने के मुद्दे पर शनिवार को बातचीत की. लेकिन प्रदर्शनकारियों ने वार्ताकार के सामने कई मांगें रख दी हैं.

साधना रामचंद्रन ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से कहा कि कल (शुक्रवार को) हमने सड़क के बारे में आपसे बात की थी. इसके साथ ही आधी सड़क खोलने पर चर्चा करने के दौरान आपने सुरक्षा मुहैया करने का मसला उठाया था. जिसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर हमें रिटेन में सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाता है तो बात खत्म. यह भी पढ़े-शाहीन बाग: नोएडा-फरीदाबाद सड़क को प्रदर्शनकारियों ने खोला, थोड़ी देर बाद फिर किया बंद

इस पर रामचंद्रन ने कहा कि क्या इससे हम खुश होंगे? शाहीन बाग में एक खूबसूरत जगह खोजें, वहां प्रदर्शन हो. क्या आपको ये आइडिया पसंद है? यह बता सुनते ही महिलाओं ने इसे खारिज कर दिया. प्रदर्शनकारियों से बातचीत करते हुए साधना रामचंद्रन ने कहा कि उन्होंने कभी भी प्रोटेस्ट करने वालों को कभी किसी मैदान में जाने के लिए नहीं कहा.

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सुरक्षा पर एक आदेश जारी करे. इसके साथ ही शाहीन बाग और जामिया के लोगों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाए. ज्ञात हो कि शाहीनबाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि नागरिकता कानून को वापस लिया जाए.