आज बेंगलुरु के लोगों ने एक अद्भुत खगोलीय घटना का अनुभव किया, जिसे "जीरो शैडो डे" (Zero Shadow Day) कहते हैं। इस घटना के दौरान, शहर की सभी खड़ी संरचनाओं की छाया गायब हो गई, मानो सूरज ने लुका-छिपी का खेल खेला हो! यह अद्भुत नज़ारा दोपहर 12:17 बजे से 12:23 बजे तक देखने को मिला.
क्या होता है जीरो शैडो डे?
जीरो शैडो डे तब होता है जब सूर्य ठीक हमारे सिर के ऊपर होता है, जिससे किसी भी वस्तु की छाया नहीं बनती. यह घटना कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच स्थित स्थानों पर साल में दो बार होती है. बेंगलुरु कर्क रेखा के पास स्थित है, इसलिए यहाँ यह घटना अप्रैल और अगस्त में देखने को मिलती है.
Zero Shadow Day ft. Bangalore. Surreal stuff, as always, this day. #ZeroShadow #Bangalore #Bengaluru pic.twitter.com/C2Zo3Zb7M9
— Ujyant Ramesh (@ujyant29) April 24, 2024
क्यों खास है यह घटना?
जीरो शैडो डे एक दुर्लभ और रोमांचक खगोलीय घटना है. यह हमें ब्रह्मांड की विशालता और पृथ्वी की गति के बारे में सोचने पर मजबूर करता है. इस दिन, लोग अपनी छाया को गायब होते देखकर आश्चर्यचकित और रोमांचित हो जाते हैं.
🚨 Bengaluru experienced a remarkable celestial event, 'Zero Shadow Day' today during which all vertical structures in the city casted no shadow. The event occured from 12:17 pm to 12:23 pm. pic.twitter.com/O2mVaHm4FE
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) April 24, 2024
लोगों ने कैसे मनाया यह दिन?
बेंगलुरु के लोग इस अनोखे दिन का आनंद लेने के लिए अपने घरों से बाहर निकले. कई लोगों ने इस घटना को अपने कैमरे में कैद किया, तो कुछ ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो शेयर किए. स्कूलों और कॉलेजों में भी छात्रों को इस घटना के बारे में जानकारी दी गई. जीरो शैडो डे एक यादगार अनुभव था, जिसने बेंगलुरु के लोगों को विज्ञान और प्रकृति के चमत्कारों से रूबरू कराया.