मुंबई: राफेल डील में घोटाले का आरोप लगानेवाली कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दो चिट्ठी लिखने के बाद रिलायंस समूह ने अब लीगल नोटिस भेजकर चेतावनी दी है. कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल को भेजे गए नोटिस में कंपनी ने कहा है कि इस सौदे से जुड़े मुद्दों पर बिना किसी सबूत के कोई आरोप कांग्रेस ना लगाएं. वहीं, शेरगिल ने कहा कि वो ऐसे नोटिसों से डरने वाले नहीं हैं.
यह नोटिस रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस डिफेंस और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर की तरफ से भेजा गया है. जयवीर शेरगिल को भेजे लीगल नोटिस में उन्हें राफेल डील पर चुप रहने की चेतावनी दी गई है. कंपनी ने लिखा है कि शेरगिल वही, बातें बोले जिसका उनके पास सबूत हो. वर्ना उन्हें इसका हर्जाना भुगतना पड़ेगा.
Congress Spokesperson Jaiveer Shergill receives a cease & desist notice from Anil Ambani led Reliance Infrastructure, Reliance Defence & Reliance Aerostructure asking him to restrain from speaking on Rafale, failing which he will face legal consequences. pic.twitter.com/9yAa2zUcnB
— ANI (@ANI) August 22, 2018
बता दें कि राहुल गांधी सहित पूरी कांग्रेस राफेल डील में महाघोटाले का आरोप लगाकर हमेशा बयान देती रहती है. कांग्रेस ने मोदी सरकार पर अनिल अंबानी की कंपनी से सांठगांठ कर हजारों करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. इस मुद्दे पर बिजनेसमैन अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को दो बार पत्र लिखकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया था.
अंबानी ने हाल ही में लिखे पत्र में कहा था कि उनके प्रति दुर्भावना रखने वाले कुछ निहित स्वार्थी तत्वों और कार्पोरेट प्रतिद्वंद्वियों ने इस सौदे पर कांग्रेस पार्टी को गलत, भ्रामक और भटकाने वाली जानकारी दे रहे हैं. इससे पहले भी अंबानी ने राहुल को पत्र लिखा था और बताया था कि विमानों के एक रुपये मूल्य के एक भी कलपुर्जे का विनिर्माण उनके समूह द्वारा नहीं किया जाएगा.
Received “Cease & Desist” Notice from Sh Anil Ambani threatening me with legal consequences if I speak on #RafaleDeal; My reply-I’m a Congress Soldier, a Proud Punjabi who doesn’t get scared with such notices-Tax Payer of this country deserves to know why they paid extra 42000 Cr
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) August 22, 2018
कांग्रेस ने राफेल सौदे को नरेंद्र मोदी सरकार का एक घोटाला करार देते हुए इसे लेकर हमले को तेज करने का ऐलान किया है. कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार राफेल विमानों के लिए पिछली यूपीए सरकार में तय कीमत से कहीं ज्यादा कीमत दे रही है.
कांग्रेस का आरोप है कि राफेल सौदे का एक ठेका सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से छीनकर निजी कंपनी को दे दिया गया. उनका कहना है कि मोदी सरकार ने इस डील में बदलाव सिर्फ एक उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिए किया है. इसलिए इस सौदे से देश के सरकारी खजाने को 41,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.