RBI Repo Rate: आम जनता पर बढ़ेगा EMI का बोझ या मिलगी राहत? आरबीआई कल करेगा बड़ा ऐलान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा का आज गुरुवार को दूसरा दिन है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बैठक में लिये गए फैसलों के बारे में शुक्रवार सुबह जानकारी देंगे.
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा का आज गुरुवार को दूसरा दिन है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बैठक में लिये गए फैसलों के बारे में शुक्रवार सुबह जानकारी देंगे. माना जा रहा है कि इस बार भी रिजर्व बैंक एमपीसी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा और यह पुरानी दर 6.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रहेगा. अगर रेपो रेट स्थिर रहा तो ये लगातार पांचवीं बार होगा जब रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया जाएगा. UPI Scam: जरा सी चूक और बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली, यूपीआई फ्रॉड से बचना है तो ध्यान में रखें ये बातें.
आरबीआई ने अगस्त, जून, अप्रैल और अक्टूबर की पिछली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठकों में भी रेपो दर में बदलाव नहीं किया था. रेपो रेट स्थिर रहा तो लोन की किश्त यानी EMI में कोई बदलाव नहीं होगा.
शुक्रवार सुबह RBI करेगा ऐलान
फिलहाल रेपो रेट 6.50 फीसदी है और एक्सपर्ट पहले से इसके स्थिर रहने की उम्मीद जता रहे थे. मई 2022 में Repo Rate 4 फीसदी पर था, जो फरवरी 2023 आते-आते 6.50 फीसदी पर पहुंच गया था. हालांकि, इसके बाद से ये यथावत रखा गया है.
क्या है रेपो रेट
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में हुई मौद्रिक नीति समीक्षा पर लोन लेने वालों की सबसे ज्यादा नजर होती है. दरअसल, इसमें रेपो रेट को लेकर निर्णय लिया जाता है, जो सीधा उनके Loan पर असर डालता है. अगर आरबीआई रेपो रेट में इजाफा करता है, तो फिर Loan EMI भी बढ़ जता है और रेपो रेट घटने पर EMI कम हो जाता है.