Ratan Tata Video: रतन टाटा की अधूरी प्रेम कहानी! महसूस करते थे अकेलापन, उद्योगपति ने खुद बताया, क्यों नहीं की शादी?

रतन टाटा और उनके प्यार की एक अधूरी कहानी है, जिसकीवजह से उन्होंने कभी शादी नहीं की. अचानक हालात ने एक मोड़ ले लिया, जिसके बाद....

Why Ratan Tata is Unmarried? रतन टाटा, भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और टाटा समूह के मानद चेयरमैन, का निधन हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 वर्ष की आयु में हुआ. उनकी मृत्यु से देश में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है, क्योंकि उनके कार्य और उपलब्धियाँ असाधारण थीं. भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा ने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए, लेकिन उन्होंने कभी शादी नहीं की और अपने जीवन में परिवार नहीं बनाया.

रतन टाटा ने एक बार 'रेंडेज़वस विद सिमी गरेवाल' शो में इस बारे में बात की थी. जब सिमी ने उनसे पूछा कि उन्होंने शादी क्यों नहीं की, तो उन्होंने कहा, "शादी न करने के पीछे कई कारण थे - समय, काम में मेरी व्यस्तता. मैं कभी-कभी शादी के करीब पहुंचा, लेकिन यह सफल नहीं हुआ."

उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने लगभग चार बार प्यार किया और शादी के करीब आए, लेकिन हर बार कुछ न कुछ कारण से यह नहीं हो सका. उन्होंने अपने अकेलेपन के बारे में भी खुलकर बात की. "कई बार मुझे पत्नी या परिवार न होने का अकेलापन महसूस होता है, और कभी-कभी मैं इसकी कामना करता हूं. कभी-कभी मुझे इस बात की स्वतंत्रता का आनंद मिलता है कि मुझे किसी और की भावनाओं या चिंताओं की परवाह नहीं करनी होती. लेकिन कुछ समय ऐसा भी होता है जब यह थोड़ा अकेला हो जाता है," रतन टाटा ने कहा.

दिलचस्प बात यह है कि रतन टाटा और सिमी गरेवाल (Simi Garewal) के बीच एक रिश्ता भी था, जिसके बारे में सिमी ने 2011 में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था.

रतन टाटा की लव स्टोरी (Ratan Tata's love story)

रतन टाटा की प्रेम कहानी लॉस एंजेलेस में शुरू हुई, जहां उन्होंने एक युवा महिला से प्यार किया. दोनों ने शादी की योजना बनाई थी, लेकिन अचानक रतन को भारत लौटना पड़ा क्योंकि उनकी दादी की तबीयत खराब थी. रतन ने सोचा कि उनकी प्रेमिका भी उनके साथ भारत आएगी.

हालांकि, 1962 में भारत-चीन युद्ध के कारण रतन के माता-पिता उस महिला के भारत आने के खिलाफ थे. इस पारिवारिक विरोध ने उनके रिश्ते को कमजोर कर दिया, और अंततः यह रिश्ता टूट गया. यह अनुभव रतन के लिए दुखद था, जिसने उन्हें सिखाया कि प्यार केवल एक भावना नहीं है, बल्कि यह परिस्थितियों और परिवार के साथ भी जुड़ा होता है. इस प्रकार, रतन टाटा ने इस रिश्ते के बाद अपने करियर पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन यह अनुभव हमेशा उनके दिल में बना रहा.

रतन टाटा का जीवन और उनकी सोच 

रतन टाटा का जीवन एक प्रेरणा है. उन्होंने अपने करियर में जो भी हासिल किया, वह न केवल उनकी मेहनत का परिणाम है, बल्कि उनकी सोच का भी. वे हमेशा अपने काम पर केंद्रित रहे और अपने करियर को प्राथमिकता दी. हालांकि, उनके द्वारा अनुभव किया गया अकेलापन यह दर्शाता है कि जीवन में हर किसी के लिए कुछ न कुछ कमी होती है.

रतन टाटा का निधन केवल एक महान उद्योगपति का नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति का भी है जिसने अपने जीवन में अलग-अलग अनुभव किए. उनके द्वारा साझा किए गए विचार हमें यह समझाते हैं कि सफलता और व्यक्तिगत जीवन के निर्णय हमेशा एक दूसरे से जुड़े होते हैं. रतन टाटा का जीवन और उनके विचार हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे.

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