राजस्थान के मालपुरा में विजयादशमी के जुलूस पर पथराव, सुबह 4.30 बजे किया गया रावण दहन-तनाव के बाद कर्फ्यू, इंटरनेट बंद

वहीं इस घटना के बाद लोग नाराज होकर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे. लोगों ने डिमांड की पथराव करने वालों को तुरंत हिरासत में लिया जाये. जिसके बाद मामले की नजाकत को समझते हुए पुलिस ने प्रशासन रावण दहन सुबह के समय करवा दिया. थाने के बाहर अभी विधायक कन्हैयालाल अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं पूरे इलाके में पुलिस, आरएसी और दंगा निरोधक बल के जवानों की तैनाती कर दी गई है. वहीं पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रही है.

राजस्थान पुलिस ( फाइल फोटो/ क्रेडिट-Twitter )

जयपुर: राजस्थान (Rajsthan) के टोंक जिले के मालपुरा (Malpura) इलाके में दशहरे (Vijayadashmi ) के जुलूस पर हमले के बाद सुबह 6 बजे कर्फ्यू लगा दिया गया है. हालत के मद्देनजर आगामी 48 घंटे के लिए पूरी तरह से इंटरनेट सेवाओं (Internet Services) सेवा पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. वहीं सुबह आने वाले अखबार पर रोक लगा दिया है. हालात ज्यादा न बिगड़े इसलिए पुलिस और जिला प्रशासन नगर पालिका के कर्मचारियों की मदद रावण का दहन सुबह 4.30 बजे ही करवा दिया. मामला उस वक्त बिगड़ा जब जुलुस आरएसी चौकी के पास उनका स्वागत का कार्यक्रम चल रहा था. इसी दौरान कुछ अरजाक तत्वों ने जुलुस पर पथराव कर दिया और उसके बाद वहां पर भगदड़ मच गई.

वहीं इस घटना के बाद लोग नाराज होकर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने लगे. लोगों ने डिमांड की पथराव करने वालों को तुरंत हिरासत में लिया जाये. जिसके बाद मामले की नजाकत को समझते हुए पुलिस ने प्रशासन रावण दहन सुबह के समय करवा दिया. थाने के बाहर अभी विधायक कन्हैयालाल अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं पूरे इलाके में पुलिस, आरएसी और दंगा निरोधक बल के जवानों की तैनाती कर दी गई है. वहीं पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रही है.

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2018 में कांवड़ियों पर हुआ था पथराव

गौरतलब हो कि पिछले साल भी मालपुरा में कांवड़ियों पर पथराव के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. जब कांवड़ यात्रा इलाके से गुजर रही थी तो कुछ उपद्रवियों ने कांवड़ियों को निशाना बनाकर पथराव किया. अचानक हुए हमलें में करीब डेढ़ दर्जन कांवड़िये जख्मी हो गए थे. वहीं इस घटना के बाद कस्बे में हिंसा भड़क उठी. जिसे देखते हुए प्रशासन ने बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया था और इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी.

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