जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के करौली में पुजारी को जिंदा जला (Priest Murder Case) देने की घटना का राजस्थान के साथ ही दूसरे ने राज्यों में हो रहा है. लोगों का कहना है कि राज्य में महिलाएं और बच्चियां के साथ ही अब पुजारी भी सुरक्षित नहीं हैं. इस बीच पुजारी की हत्या को लेकर लोगों के विरोध को देखते हुए राजस्थान सरकार (Rajasthan Govt) ने मामले की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दिया हैं. जो अब इस मामले की जांच सीबीसीआईडी (CB-CID) करेगीं.
राजस्थान के करौली में बाबूलाल वैष्णव नामक पुजारी को उस समय जिंदा जला दिया गया था, जब वैष्णव गुरुवार को भू-माफियाओं द्वारा मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण करने से रोक रहे थे. वे करौली जिले के बुकना गांव के राधा गोपाल जी मंदिर में पुजारी थे. कथित तौर पर लगभग 6 लोगों ने मंदिर के पुजारी पर पेट्रोल डालकर जला दिया था. इसके बाद पुजारी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और फिर से वहां से जयपुर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां उनकी मौत हो गई. यह भी पढ़े: Rajasthan Priest’s Murder Case: सरकारी आश्वासन के बाद मृतक पुजारी का उनके परिवार ने किया अंतिम संस्कार
Chief Minister Ashok Gehlot (in file pic) has handed over the investigation of the death of a priest in Karauli to CID CB Superintendent of Police Vikas Sharma: Rajasthan Chief Minister's Office (CMO) pic.twitter.com/PRYDQ8BjGp
— ANI (@ANI) October 11, 2020
घटना के बाद परिवार वालों ने शव को जलाने से मना कर दिया था. उनकी मांग थी कि सरकार उनकी आर्थिक रूप से मदद करे. जिसके बाद अशोक गहलोत सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद और घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा के बाद पुजारी का अंतिम संस्कार किया गया. (इनपुट आईएएनएस)