Raghav Chadha on CM Kejriwal Bail: सीएम केजरीवाल को जमानत मिलने पर राघव चड्ढा ने जताई खुशी, कहा- 'वो एक ब्रांड हैं'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से आबकारी नीति मामले में जमानत मिलने पर ‘आप’ नेता राघव चड्ढा ने खुशी जाहिर की है. राघव चड्ढा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “सबसे पहले मैं दिल्ली वालों की तरफ से कहना चाहूंगा कि वेलकम बैक केजरीवाल.
नई दिल्ली, 13 सितंबर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से आबकारी नीति मामले में जमानत मिलने पर ‘आप’ नेता राघव चड्ढा ने खुशी जाहिर की है. राघव चड्ढा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “सबसे पहले मैं दिल्ली वालों की तरफ से कहना चाहूंगा कि वेलकम बैक केजरीवाल. एक लंबे संघर्ष के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री व दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल जी लौट रहे हैं. मैं दिल की गहराइयों से सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा करता हूं. इस देश के सबसे बड़े न्याय के मंदिर ने आज अरविंद केजरीवाल को रिहा करने का फैसला सुनाया है.”
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल सिर्फ एक नाम नहीं, वो एक ब्रांड हैं, वह सच्ची राजनीतिक और ईमानदारी के ब्रांड हैं. मुझे लगता है कि अपनी बढ़ती लोकप्रियता की वजह से ही केजरीवाल को 6 महीने तक सलाखों के पीछे रहना पड़ा, लेकिन आज छह महीने बाद अरविंद केजरीवाल लौट रहे हैं, तो दिल्ली की हर मां ऐसे खुशी मना रही है, जैसे उनका बेटा आ रहा है. दिल्ली की हर बहन ऐसे खुशी मना रही है, जैसे उनका भाई लौटकर आया हो.” यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री का प्रधान न्यायाधीश के आवास पर जाना प्रोटोकॉल को लेकर सवाल उठाता है : शिवसेना (यूबीटी)
आप नेता ने कहा, “मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी आने वाले दिनों में ज्यादा मजबूत होगी. इस संघर्ष से 'आम आदमी पार्टी' को मजबूती मिलेगी. दिल्ली का एक नागरिक होने के नाते तहे दिल से इस फैसले का स्वागत करता हूं.”
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत दी है. यह फैसला दो न्यायाधीशों की पीठ ने सुनाया है. जस्टिस उज्जल भुइयां ने सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी की देरी पर सवाल उठाया. 21 मार्च को ईडी ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा केजरीवाल को देरी से गिरफ्तार किए जाने पर भी सवाल उठाया. हालांकि, लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए केजरीवाल को 21 दिनों की जमानत मिली थी.