Radio Announcer Ameen Sayani Dies Fake News: रेडियो एनाउंसर अमीन सयानी की निधन को बेटे ने बताया गलत, कहा वे बिल्कुल ठीक हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी खबर

कोरोना महामारी के बीच सोशल मीडिया पर आए दिन तरफ- तरह की ख़बरें मिल रही हैं. जिन खबरों पर भरोषा कर पाना मुश्किल हो रहा है कि कौन सी खबर झूठ और और कौन सी खबर सच है. ऐसे ही कुछ इस हफ्ते सोमवार को रेडियो की दुनिया में आवाज के जादूगर कहे जाने वाले रेडियो एनाउंसर अमीन सयानी के निधन की खबर सोशल मीडिया पर वायर हुई. जिसके बाद लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया. जो बाद में यह खबर गलत निकली

रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी (Photo Twitter)

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच सोशल मीडिया (Social Media)  पर आए दिन तरह- तरह की ख़बरें सुनने और पढ़ने को मिल रही हैं. जिन खबरों पर भरोषा कर पाना मुश्किल होता है कि  कौन सी खबर झूठ और कौन सी खबर सच है. ऐसा ही कुछ इसी हफ्ते सोमवार को रेडियो की दुनिया में आवाज के जादूगर कहे जाने वाले रेडियो एनाउंसर अमीन सयानी (Radio Announcer Ameen Sayani) के निधन की खबर सोशल मीडिया पर वायर हुई थी. जिसके बाद लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया.

अमीन सयानी की निधन की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उनके बेटे को इसके बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपने पिता के ठीक होने की जानकारी लोगों को दी.  जिसके बाद अफवाह पर विराम लग सका. सयानी के बेटे राजिल सयानी ने फेसबुक पर की गई एक पोस्ट के जरिए बताया कि उनके पिता पूरी तरह से ठीक हैं और 31 अगस्त 2020 की रात 10 बजे टीवी देख रहे थे. उन्होंने पोस्ट में यह भी बताया कि अमीन सयानी बीती 16 मार्च से घर से बाहर नहीं गए हैं. यह भी पढ़े: आगरा: कोरोना वायरस की चपेट में आने से बीजेपी नेता परमेश राव मराठा की हुई मौत

रेडियो एनाउंसर  अमीन सयानी को रेडियो सीलोन और बिनाका गीतमाला के प्रस्तोता के तौर पर हम सभी जानते हैं.  ऐसे में उनके निधन की झूठी खबर रेडियो श्रोताओं के लिए किसी आघात से कम नहीं थी. लेकिन अच्छी बात रही कि उनके मरने की खबर  गलत निकली. बात दें कि सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 को मुंबई में एक बहुभाषी परिवार में हुआ था और ‘बंबई की खिचड़ी हिन्दुस्तानी भाषा’ में पले बढ़े थे.

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