Purvanchal Expressway Viral MMS Videos: टोल प्लाजा पर कपल्स का वीडियो रिकॉर्ड कर करते थे ब्लैकमेल, ऐसे चल रहा था गंदा खेल, 3 आरोपी गिरफ्तार
ये लोग एक्सप्रेसवे से गुजर रहे कपल्स की निजी पलों के वीडियो निकालकर न केवल पैसे वसूल रहे थे, बल्कि उन्हें सोशल मीडिया पर भी वायरल कर रहे थे.
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर तैनात कर्मचारियों का एक पूरा सिंडिकेट गुप्त रूप से कपल्स और ग्रामीण महिलाओं के वीडियो (Purvanchal Expressway Viral MMS Videos) बनाकर उन्हें वायरल कर रहा था. हलियापुर टोल प्लाजा पर चल रहे इस गंदे कारोबार का भंडाफोड़ तब हुआ, जब पीड़ितों ने सीधा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की. जांच में पता चला कि ATMS (एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के डिप्टी मैनेजर अशुतोष सरकार और उसके साथियों ने टोल प्लाजा के CCTV कैमरों का गलत इस्तेमाल किया.
ये लोग एक्सप्रेसवे से गुजर रहे कपल्स की निजी पलों के वीडियो निकालकर न केवल पैसे वसूल रहे थे, बल्कि उन्हें सोशल मीडिया पर भी वायरल कर रहे थे. शिकायत मिलते ही UPEIDA ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार कर्मचारियों ट्रैफिक मैनेजर शशांक शेखर, सिस्टम टेक्नीशियन अशुतोष तिवारी, सिस्टम इंजीनियर प्रमोद कुमार और एक अन्य कर्मचारी को सेवा से हटा दिया.
ब्लैकमेलिंग और वायरल MMS, पीड़ितों का दर्द बाहर आने लगा
पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और चौथे की तलाश जारी है. आरोप है कि कपल्स की कार पर कैमरा ज़ूम करके निजी वीडियो बनाए गए, उनसे पैसे वसूले गए, वीडियो वायरल कर धमकाया गया. ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के खुले में शौच करने के वीडियो भी रिकॉर्ड कर ऑनलाइन अपलोड किए गए. एक वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा गया कि अशुतोष सरकार एक नवविवाहित जोड़े से 32,000 रुपये वसूल रहा है.
टोल प्लाजा कर्मचारियों ने बनाया नवविवाहित जोड़े वीडियो
आरोपी बोला मुझे फंसाया गया है
अशुतोष सरकार ने सभी आरोपों से इनकार किया है. उसका कहना है कि उसे स्थानीय विरोधियों ने फंसाया है. उसने दावा किया कि गाड़ियों पर कैमरा ज़ूम करना नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, जासूसी का तरीका नहीं. हालांकि सामने आए वीडियो और शिकायतें कुछ और ही कहानी कहती हैं.
टोल मैनेजर का Video
लोगों में गुस्सा
यह पूरा मामला प्रदेशभर में चिंता का विषय बना हुआ है. एक्सप्रेसवे को सुरक्षित यात्रा के लिए बनाया गया था, लेकिन कुछ कर्मचारियों ने इसका दुरुपयोग करते हुए आम लोगों की गोपनीयता को रौंद दिया. सोशल मीडिया पर लगातार पीड़ित अपनी कहानी साझा कर रहे हैं, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है.
कार्रवाई जारी
मामले का खुलासा होते ही कई शिकायतें प्रशासन तक पहुंची. पुलिस ने IPC की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया. UPEIDA ने आरोपी कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त किया. पुलिस पूरे सिंडिकेट की गतिविधियां खंगाल रही है. सरकार भी इस बात पर विचार कर रही है कि भविष्य में टोल प्लाज़ा के CCTV सिस्टम की मॉनिटरिंग और सुरक्षा कैसे और बेहतर की जाए.