Priyanka Gandhi Takes Oath: संविधान की प्रति हाथ में लेकर प्रियंका गांधी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद चुनी गई हैं. शपथ ग्रहण के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, "मैं प्रियंका गांधी वाड्रा, जो लोकसभा की सदस्य निर्वाचित हुई हूं, सत्य निष्ठा से यह शपथ लेती हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगी.
नई दिल्ली, 28 नवंबर : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद चुनी गई हैं. शपथ ग्रहण के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, "मैं प्रियंका गांधी वाड्रा, जो लोकसभा की सदस्य निर्वाचित हुई हूं, सत्य निष्ठा से यह शपथ लेती हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगी. मैं भारत की प्रभुता और अखंडता को अक्षुण्ण रखूंगी और जिस पद को मैं ग्रहण करने वाली हूं, उसके कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक निर्वहन करूंगी. जय हिंद."
सांसद पद की शपथ लेने के प्रियंका गांधी के हाथ में भारतीय संविधान की एक कॉपी थी. यह पल प्रियंका गांधी के लिए एक ऐतिहासिक पल था क्योंकि वह पहली बार लोकसभा में सदस्य के रूप में शपथ ले रही हैं. बता दें कि केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारी अंतर से जीत दर्ज की है. उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 4,10,931 वोटों के भारी अंतर से हराया है. प्रियंका गांधी को 6,22,338 और सत्यन मोकेरी को 2,11,407 वोट मिले हैं. वहीं, भाजपा उम्मीदवार नव्या हरिदास 1,09,939 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं. यह भी पढ़ें : पिता एकनाथ शिंदे पर गर्व है, उन्होंने ‘गठबंधन धर्म’ का पालन कर मिसाल कायम की: श्रीकांत शिंदे
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हालिया लोकसभा चुनाव में 3.65 लाख वोटों से वायनाड में जीत दर्ज की थी. जबकि उनकी बहन प्रियंका गांधी ने 4,10,931 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर विजय प्राप्त की थी. हालांकि, बाद में उन्होंने लोकसभा में रायबरेली सीट से प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लिया. इस फैसले के बाद वायनाड सीट खाली हो गई, जिस पर 13 नवंबर को वोटिंग हुई थी.