नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम में बुधवार को भी स्थिरता बनी रही, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले चार दिनों से जारी तेजी के बाद पेट्रोल और डीजल महंगा होने की पूरी संभावना दिख रही है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें इस साल के सबसे ऊंचे स्तर पर चली गई हैं जिसके बाद भारत में तेल का आयात महंगा हो सकता है. भारत तेल की अपनी जरूरतों का 80 फीसदी आयात करता है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी की पूरी संभावना है.
देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में पिछले तीन दिनों से और डीजल के दाम में दो दिनों से स्थिरता बनी हुई है. देश के अन्य प्रमुख महानगर कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम क्रमश: 72.86 रुपये, 74.88 रुपये, 78.43 रुपये और 75.62 रुपये प्रति लीटर रहे. चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पूर्ववत क्रमश: 66.09 रुपये और 67.83 रुपये प्रति लीटर, 69.17 रुपये और 69.78 रुपये प्रति लीटर रहे.
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घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर अप्रैल एक्सपायरी कच्चा तेल अनुबंध बुधवार को पूर्वाह्न् 10.10 बजे आठ रुपये की तेजी के साथ, 4,329 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था, इससे पहले भाव 4,333 रुपये प्रति बैरल तक पहुंचा.
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर जून डिलीवरी ब्रेंट क्रूड अनुबंध पिछले सत्र से 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 69.71 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि इससे पहले भाव 69.84 डालर प्रति बैरल तक उछला जो कि इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है.
वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई का मई अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 0.30 फीसदी की तेजी के साथ 62.77 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. इससे पहले भाव 62.89 डॉलर प्रति बैरल तक उछला जोकि इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है.