Pregnant Elephant Death In Kerala: केरल के पलक्कड़ में गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार-वन मंत्री के राजू
केरल में गर्भवती हथिनी को अनानास में पटाखे खिलाकर मार देने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है. इस मामले को लेकर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. जिसके चलते राज्य सरकार पर कड़ी कार्रवाई करने का दबाव बना हुआ है. सूबे के वन मंत्री के राजू ने आरोपी के गिरफ्तार होने की पुष्टि आज की है.
नई दिल्ली. केरल (Kerala) में गर्भवती हथिनी (Pregnant Elephant) को अनानास में पटाखे खिलाकर मार देने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है. इस मामले को लेकर हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. जिसके चलते राज्य सरकार पर कड़ी कार्रवाई करने का दबाव बना हुआ है. सूबे के वन मंत्री के राजू (Kerala Forest Minister K Raju) ने आरोपी के गिरफ्तार होने की पुष्टि आज की है. इससे पहले केरल के दो गैर सरकारी संगठनों ने हथिनी के हत्यारों की खबर देने पर डेढ़ लाख रुपए के इनाम का ऐलान किया हुआ है.
गौर हो कि इस मामले में इससे पहले जांच टीमों ने तीन संदिग्धों को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ की थी. इसके साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी इस घटना को लेकर कहा कि मामले में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह भी पढ़ें-Pregnant Elephant Death In Kerala: गर्भवती हथिनी की हत्या पर केंद्र सरकार संख्त, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बोले-भारतीय संस्कृति पटाखे खिलाने और मारने की नहीं है
ANI का ट्वीट-
उल्लेखनीय है कि केरल के मलप्पुरम में एक गर्भवती हथिनी को किसी ने फल में पटाखे डालकर खिलाया था. जिसके बाद पानी में खड़े-खड़े उसकी मौत हो गई थी. यह पूरा मामला 27 मई का बताया गया है. खबर के अनुसार भूखी गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में जंगल से बाहर गई. इस दौरान किसी ने उसे पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था, जिससे उसका मुंह फट गया और उसकी मौत हो गई.
वहीं इस पुरे मामले के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने भी कड़ा रूख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरूवार को कहा कि केंद्र सरकार ने केरल में हथिनी की हत्या के मामले को गंभीरता से लिया है. इस मामले के दोषियों को पकड़ने में हम कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं. यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि पटाखों को खिलाया जाए और जान ली जाए.