विक्रम लैंडर से संपर्क करवाने के लिए तिरंगा लेकर यमुना ब्रिज पर चढ़ा रजनीकांत, बोला ‘चंद्रदेव से करूंगा प्रार्थना’
इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) अपने डीप स्पेस नेटवर्क (डीएसएन) के साथ चंद्रमा लैंडर तक सिग्नल भेजने और संचार स्थापित करने की लगातार कोशिश कर रहा है. इस बीच भारत के महत्वाकांक्षी चंद्रयान-2 मिशन को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ.
लखनऊ: इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) अपने डीप स्पेस नेटवर्क (डीएसएन) के साथ चंद्रमा लैंडर (Moon lander) तक सिग्नल भेजने और संचार स्थापित करने की लगातार कोशिश कर रहा है. इस बीच भारत के महत्वाकांक्षी चंद्रयान-2 मिशन को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. जहां सोमवार रात को एक सनकी युवक यमुना ब्रिज (Yamuna Bridge) पर चढ़ गया और विक्रम लैंडर (Vikram Lander) से संपर्क करवाने के लिए चंद्रदेव से प्रार्थना करने की जिद करने लगा.
मिली जानकारी के मुताबिक चूका मांडा थाना क्षेत्र का रहने वाला रजनीकांत (Rajnikant) कल रात 8 बजे के करीब हाथों में तिरंगा लेकर यमुना ब्रिज के पिलर पर चढ़ गया. इस बात भनक जैसे ही लोगों को लगी वहां भीड़ इकट्ठा होने लगी. इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को खूब समझाने की कोशिश की. लेकिन वह नीचे नहीं उतरा.
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इस मान-मनौअल में कई घंटे बीत गए. इसके बाद पिलर पर चढ़े युवक ने एक लोहे की प्लेट पर एक छोटा पन्ना बांधकर नीचे फेंका. इसमें उस ने लिखा था कि जब तक चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क नहीं हो जाता है. तब-तक वह पिलर पर ही रहकर चंद्रदेव से प्रार्थना करेगा. हालांकि इसके बाद भी वहां मौजूद पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और उसे नीचे उतारने के काम में जुटी रही. लेकिन सफलता नहीं मिली तो पहले भीड़ को हटाया और बाद में वापस लौट गई.
गौरतलब हो कि बीते 7 सितंबर को विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सॉफ्ट लैंडिग करनी थी. लेकिन सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले इसरों का इस पर से नियंत्रण खो गया और विक्रम लैंडर ने क्रैश लैंडिग की. हालांकि इसरो विक्रम लैंडर के असफल होने के कारणों की जांच कर रही है.