
Chandrashekhar Azad on Prayagraj Violence: प्रयागराज में हुए दंगे और हिंसा के मुआवजे के सवाल पर नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने पत्रकारों पर भड़क गए. दरअसल, जब उनसे पूछा गया कि क्या वो इस नुकसान की भरपाई करेंगे तो वो भड़क गए. चंद्रशेखर ने गुस्से में कहा, "मुआवजा मेरे खाते से क्यों होगा? क्या मुख्यमंत्री ने मेरा नाम लिया? पत्रकार भाई सवाल पूछने से पहले सोच लें. हवा में बातें न करें, टीआरपी के लिए कुछ न पूछें. अगर मेरा नाम लिया तो बता दें, नहीं तो मैं आपके खिलाफ FIR दर्ज करा दूंगा."
पत्रकार के सवाल पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद
पत्रकार के सवाल पर भड़के सांसद चंद्रशेखर आजाद...
प्रयागराज में हुए बवाल के नुकसान की भरपाई संबंधी सवाल पर भड़के नगीना सांसद...
मेरे खाते से! मेरा नाम लिया मुख्यमंत्री ने? -- सांसद चंद्रशेखर pic.twitter.com/O2PnN1SRQQ
— 🇮🇪 Ajay Kumar Dwivedi (Journalist)🇮🇪 (@AjayDwi65357304) July 1, 2025
'मेरे खून का कतरा-कतरा उनके लिए हाजिर है'
उन्होंने आगे कहा, "मैं पहले भी 100 करोड़ की फंडिंग का झूठा आरोप झेल चुका हूं. सहारनपुर जेल में 16 महीने नक्सली होने के आरोप में रह चुका हूं. इन सब झूठे मामलों का मुझे अनुभव है. मैं हमेशा अपने लोगों के साथ खड़ा हूं, मेरे खून का कतरा-कतरा उनके लिए हाजिर है."
आजाद का कहना है कि अगर सरकार को सच्चाई जाननी है तो CBI जांच कराए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. उन्होंने हिंसा में शामिल दोषियों पर कार्रवाई की मांग की, लेकिन साथ ही यह भी साफ कहा कि बिना जांच के किसी को फंसाना ठीक नहीं है.
प्रयागराज में आखिर क्यों हुई थी हिंसा?
यह बयान उस वक्त आया जब चंद्रशेखर आजाद को कौशांबी में एक रेप पीड़िता के परिवार से मिलने से रोक दिया गया था. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ा और करछना इलाके में हिंसा भड़क गई. गुस्साए भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कई वाहन जला दिए और पुलिस पर पथराव भी किया.
आजाद का यह बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल है और उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा रहा है. जहां एक तरफ प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई कर रहा है, वहीं चंद्रशेखर आजाद अपनी अलग ही बात रख रहे हैं.