कोरोना वायरस से जंग: उत्तर प्रदेश के कैदियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में की आर्थिक मदद
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पांच जेलों में 500 से भी अधिक कैदियों ने कोरोना महामारी से जूझ रहे मरीजों की देखभाल करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 2.3 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया है.
लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पांच जेलों में 500 से भी अधिक कैदियों ने कोरोना महामारी (Coronavirus epidemic) से जूझ रहे मरीजों की देखभाल करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 2.3 लाख रुपये का सहयोग प्रदान किया है. जेल में सिलाई, बुनाई व बढ़ई इत्यादि का काम कर मिलने वाली मजदूरी से कैदियों ने ये पैसे जमा किए थे. ये कैदी मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद और बागपत के जेलों से हैं.
महानिदेशक (जेल प्रशासन और सुधार सेवाएं) आनंद कुमार (Anand Kumar) ने कहा, "यह महामारी के खिलाफ इस जंग में सरकार की मदद के लिए उनके संकल्प को दशार्ता है. कैदियों को जो वेतन मिलता है उसका उपयोग जेल कैंटीन से चीजों को खरीदने के लिए किया जाता है, लेकिन उन्होंने सरकारी कोष में इस रकम को दान में देने का निश्चय किया." यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: COVID- से संक्रमित व्यक्ति को लेने पहुंची मेडिकल टीम पर मुरादाबाद में जानलेवा हमला, CM योगी ने कहा NSA के तहत की जाएगी कार्रवाई
गाजियाबाद के कैदियों ने अधिकतम 84,600, मेरठ के कैदियों ने 81,700 और मुजफ्फरनगर के कैदियों ने 28,000 रुपये जुटाए थे.