केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया साइकिल से जाते हैं संसद
सार्वजनिक जीवन में रहते हुए कुछ लोग समाज और देश के लिए अनुकरणीय बन जाते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं, केंद्रीय मंत्री मनसुखलाल मांडविया जो गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल मांडविया करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. फिर भी इनकी सादगी ही उनकी पहचान है.
सार्वजनिक जीवन में रहते हुए कुछ लोग समाज और देश के लिए अनुकरणीय बन जाते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं, केंद्रीय मंत्री मनसुखलाल मांडविया जो गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल मांडविया करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. फिर भी इनकी सादगी ही उनकी पहचान है. राज्यसभा चुनाव के समय मनसुख भाई मांडविया ने अपनी आय घोषित की थी, जिसके मुताबिक वे करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं, लेकिन अच्छा काम करके न केवल उन्होंने अपनी साख बनाई बल्कि मोदी कैबिनेट में जगह बनाने में कामयाब रहे. मनसुख मांडविया पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हैं. दूसरों को भी ऐसा करने की सलाह देते हैं. केंद्रीय मंत्री मनसुख लाल मांडविया संसद में साइकिल से आने वाले सांसद के रूप में पहचाने जाते हैं. ध्यान रहे कि मांडविया राष्ट्रपति भवन में मंत्री पद की शपथ लेने के लिए भी साइकिल चलाकर ही पहुंचे थे.
संसद में अक्सर साइकिल से आने वाले इस केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह और सदस्यों को भी साइकिल से आने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं. मनसुख मांडविया ने संसद में साइकिल से आने के पीछे रोचक कहानी बताई. संसद में साइकिल से आने की शुरुआत करने के बारे में बताते हुए कहा कि जब वह राज्यसभा सदस्य बने तो उन्हें स्वर्ण जयंती सदन में एक फ्लैट आवंटित किया गया। उन्हें संसद आने के लिए वाहन का इंतजार करना पड़ता था. उन्होंने कहा, "जब वाहन आने में देरी हो गई थी.. तो मुझे उस दौरान खड़ा रहना पड़ा और 10-15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा, दूरी मुश्किल से आधा किलोमीटर थी, इसलिए मेरे दिमाग में विचार आया कि क्यों नहीं साइकिल से (सदन) पहुंचा जाए, जो प्रदूषण मुक्त, पर्यावरण के अनुकूल है. मैंने साइकिल चलाना शुरू किया और संसद के सेंट्रल हॉल में दिवंगत पूर्व मंत्री अनिल माधव दवे के साथ चर्चा की."
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मनसुख मांडविया ने कहा कि इसके तुरंत बाद संसद में सांसदों का 'क्लाइमेट क्लब' बना और दवे ने भी साइकिल चलानी शुरू की. इसके बाद अर्जुन राम मेघवाल, केटी तुलसी, डॉ. विकास महात्मे जैसे अन्य लोग इस क्लब से जुड़े. गुजरात से राज्यसभा सांसद मांडविया ने कहा, "हमारे पास संसद में एक क्लाइमेट क्लब है .. एक समय था जब 8 से 10 सांसद साइकिल से संसद आते थे और इसके बाद से अब सदस्यों की संख्या 46 तक पहुंच गई है. अब मुझे इसे और मजबूत बनाना है और नए सांसदों को इस क्लब से जोड़ना है."
यह पूछे जाने पर कि अभी फिलहाल आप ही साईकिल पर संसद आ रहे हैं. मांडविया ने कहा कि इसकी जानकारी उनको नहीं है. जाहिर है मांडविया को देखकर कई सांसदों ने साइकिल से सवारी की कोशिश की. लेकिन वे सफल नहीं हुए. अभी हाल ही में दिल्ली में जब प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया था, उस समय भाजपा के सांसद मनोज तिवारी और विजय गोयल ने भी कुछ दिन संसद पहुंचने के लिए साइकिल की सवारी की थी और सुर्खियां बटोरने की कोशिश की, लेकिन वो भी अब साइकिल से दूर हैं.